Friday, November 22, 2024
Home haryana नकली रैमडेसिविर बनाने वाले करोड़ों के अंतरराज्यीय रैकेट का पर्दाफाश,कुरुक्षेत्र,मोहाली,सहारनपुर, मुजफ्फरनगर के 6 लोग गिरफ्तार,2 करोड़ की नकदी,4 वाहन जब्त

नकली रैमडेसिविर बनाने वाले करोड़ों के अंतरराज्यीय रैकेट का पर्दाफाश,कुरुक्षेत्र,मोहाली,सहारनपुर, मुजफ्फरनगर के 6 लोग गिरफ्तार,2 करोड़ की नकदी,4 वाहन जब्त

by Newz Dex
0 comment

गिरफ्तार आरोपियों में हरियाणा कुरुक्षेत्र के प्रदीप सरोहा, शाहवर निवासी उत्तर प्रदेश (यूपी) के मुजफ्फरनगर के गांव खुडडा, अर्शद खान निवासी बाघपत, यूपी, मुहम्मद अर्शद सहारनपुर यू.पी ; हरियाणा के कुरूक्षेत्र के प्रदीप सरोहा और शाह नाज़र और शाह आलम दोनों निवासी बहिलोपुर, मोहाली शामिल

न्यूज डेक्स पंजाब

चंडीगढ़/रोपड़। रोपड़ पुलिस ने आज 6 व्यक्तियों की गिरफ्तारी के साथ जाली रैमडेसिविर बनाने वाले करोड़ों रुपए के अंतरराज्यीय रैकेट का पर्दाफाश किया है जिसमें गिरोह का सरगना भी शामिल है जो कोविड-19 के गंभीर मरीज़ों के इलाज के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली एंटी-वायरल ड्रग को जाली तौर पर तैयार करके इसकी कालाबज़ारी करता था।

पुलिस ने इन वाईल्स (शीशियाँ) को बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए डिज़ाइन और पैकजिंग सामग्री भी बरामद की है। इसके अलावा दोषियों से 2 करोड़ रुपए की नकदी और मारुति बलेनो (यू.पी. 12 बीबी 6710), टोयोटा ईटीओस (यू.के. 08 एसी 2561), हुंडाई आई20 (पी.बी. 65 एयू 5784) और मारुति स्विफ्ट डिज़ायर (सी.एच. 01 एक्स 7862) समेत चार गाड़ीयाँ भी बरामद की हैं।

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि इनमें से एक दोषी मुहम्मद शाहवर ने दस महीने पहले दवाओं का स्टॉक रखने के लिए गाँव मलोआ में किराये पर जगह ली थी। पिछले महीने भाखड़ा नहर में शीशियों की बरामदगी के बाद मामले की जांच के लिए गठित की गई एस.आई.टी. ने बरामद की गई शीशियों पर लिखे पते का पता लगाया जो मालोआ के नौटविन्स फार्मासूटीकल्स का था, जिसके मालिक से पूछताछ की गई।

डीजीपी ने आगे कहा कि उससे प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस को समूची साजिश को बेनकाब करने और अपराधी की पहचान करने में मदद मिली।उक्त फार्मासूटीकल्स के मालिक ने यह भी खुलासा किया कि दिल्ली, पानीपत, अम्बाला सहित विभिन्न पुलिस इकाईयों ने अपराधियों के ठिकानों का पता लगाने के लिए वहां छापेमारी की थी।

डीजीपी ने आगे बताया कि अन्य राज्यों में उनके कामकाज वाले टिकानों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है और बरामद की शीशियों के नमूने फोरेंसिक जांच के लिए सी.डी.एस.सी.ओ, कोलकाता भेजे गए हैं जिससे यह पता लगाया जा सके कि इन जाली दवाओं में कौन से पदार्थ/रसायनों का प्रयोग किया जा रहा था।

इसके इलावा मुहम्मद शाहवर और उसके सहयोगी जिसकी पहचान शाह नाज़र के तौर पर हुई है और जो इन नकली टीकों की सप्लाई का मुख्य दोषी है, को नामजद करने के बाद, रोपड़ पुलिस ने और जानकारी हासिल करने के लिए शाहवार के मुख्यालय और घर काला अंब में छापेमारी की। गुप्ता ने बताया कि इस दौरान शाहवर फरार होने में कामयाब हो गया और गिरफतारी से बचने के लिए कम से कम एक महीने के लिए वह गोआ, बंगलोर, यू.पी, दिल्ली और अन्य कई स्थानों पर छिपा रहा।

पिछले महीने 6 मई को रूपनगर के गाँव सलेमपुर और बालसन्दा में भाखड़ा नहर से 3000 वाइलें जिसमें 621 रिमडेसीवीर और 1456 सेफोपेराजोन इसके इलावा 849 बिना नाम वाले शीशियां थी, बरामद करने के बाद एस.पी. हैडक्वाटर डा. अंकुर गुप्ता के नेतृत्व वाली विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) का गठन किया गया।

रोपड़ के एसएसपी अखिल चौधरी अनुसार गिरफतार किये गए व्यक्तियों की पहचान मुहम्मद शाहवर निवासी उत्तर प्रदेश (यूपी) के मुजफ्फरनगर के गांव खुडडा, अर्शद खान निवासी बाघपत, यूपी, मुहम्मद अर्शद सहारनपुर यू.पी ; हरियाणा के कुरूक्षेत्र के प्रदीप सरोहा और शाह नाज़र और शाह आलम दोनों निवासी बहिलोपुर, मोहाली के तौर पर हुई है।

एसएसपी ने बताया कि इस संबंध में आइपीसी की धारा 188, 278, 468, ट्रेडमार्क एक्ट की धारा 103, जल (रोकथाम और नियंत्रण) एक्ट की धारा 43, जरूरी वस्तुओं की धारा 7, महामारी रोग एक्ट की धारा 3, आपदा प्रबंधन एक्ट की धारा 53, 54, 57 और ड्रग्गज और कॉस्मेटिक एक्ट की धारा 27 के अंतर्गत चमकौर साहिब थाने में एफ.आई.आर. नं. 46 तारीख 6 मई, 2021 पहले ही दर्ज की जा चुकी है।

You may also like

Leave a Comment

NewZdex is an online platform to read new , National and international news will be avavible at news portal

Edtior's Picks

Latest Articles

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00