आज ग्रामीण जींद-चंडीगढ मार्ग जाम करने की तैयारी में थेसदर थाना प्रभारी ने ग्रामीणों से की बात, ग्रामीणों का मांगा सहयोग
न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।ट्रैक्टर परेड में पांच माह पहले दिल्ली गए कंडेला गांव के 27 वर्षीय युवक बिजेंद्र अब तक वापस नहीं लौटा है। 11 जून को काफी संख्या में ग्रामीण डीसी डा आदित्य दहिया से मिले थे और 18 जून तक बिजेंद्र का सुराग लगाने की मांग की थी कि वो किसी जेल में है या बीमार है। 18 जून तक सुराग नहीं लगने पर 19 जून को जींद चंडीगढ मार्ग जाम करने की चेतावनी दी थी। डीसी ने दिल्ली पुलिस प्रशासन से बात कर जल्द ढूढने का आश्वासन दिया था। लेकिन 18 जून तक युवक का सुराग नहीं लग पाया। शनिवार को ग्रामीण अनिश्चितकाल के लिएि जींद-चंडीगढ मार्ग जाम करने की तैयारी में थे। तभी सदर थाना प्रभारी दिनेश कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे।
उन्होंने ग्रामीणों के साथ बात की। बता दें कि बिजेंद्र नाम का युवक 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान गायब हुआ था; 5 महीने से परिजन तलाश कर रहे हैं। इस मामले में प्रशासन और गांव वालों के बीच बनी सहमति के अनुसार गांव वाले कमेटी गठित करेंगे। उस कमेटी में पुलिस वाले भी होंगे। बिजेंद्र की हर थाने व तहसील में फोटो लगाई जाएगी। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से बिजेंद्र को ढूंढने का प्रयास किया जाएगा। भाकियू नेता छज्जूराम कंडेला ने कहा कि अगर पुलिस इस दौरान बिजेंद्र को नहीं ढूंढ पाती है, तो 15 दिन बाद संयुक्त किसान मोर्चा के साथ मिलकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
-टिकैत से भी गुहार लगा चुकी हैं बिजेंद्र की मां
बिजेंद्र की विधवा बूढ़ी मां संतोष पांच माह से बेटे की राह देख रही है। उसने कहा कि जिसका जवान कमाने वाला बेटा लापता हो उसका क्या हाल होगा। पिछले 5 महीने से घर बिखर गया है। भूख.प्यास सब खत्म हो गए हैं। बस कहने को ही जिंदा है। तीन जून को जब किसान नेता राकेश टिकैत जींद में आए थे, तब संतोष उनसे मिली थी और बेटे को तलाश करने की गुहार लगाई थी।
पुलिस कर रही है तलाश
सदर थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने कहा कि बिजेंद्र को ढूढने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। गांव के जिम्मेदार व्यक्ति पुलिस को सहयोग के लिए दिए जाएं, ताकि बिजेंद्र की पहचान की जा सके। बिजेंद्र के चाचा के साथ पुलिस की एक टीम दिल्ली में तलाश के लिए गई हुई है।