ड्रोन द्वारा ली गई निशानदेही के आधार पर करवाई जाए सरस्वती की खुदाई
सरस्वती की खुदाई और नालों की सफाई न होने का खामियाजा बरसात में भुगतना पड़ता है लोगों को
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने आरोप लगाया है कि सरस्वती नदी की सफाई के नाम पर औपचारिकता पूरी करके लाखों रूपया फिजूल में खर्च किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मीडिया की सूर्खियों में रहने के लिए सरस्वती नदी की खुदाई व सफाई के नाम पर केवनमात्र खानापूर्ति की जा रही है। अरोड़ा ने मांग की कि सरस्वती नदी कि खुदाई ड्रोन द्वारा ली गई निशानदेही के आधार पर लगाए गए पिल्लरों के अनुसार की जाए ताकि ताकि बरसात के सीजन में सरस्वती नदी में पानी धारा प्रवाह बह सके।
उन्होने कहा कि सरस्वती नदी कि खुदाई न होने के कारण पिछले कई वर्षों से बरसाती पानी नदी में आने से आस-पास के इलाके के रहने वाले कॉलानी व गांव वासियों के घर पानी में डूब जाते हैं। जिसका एक मात्र उपाय है कि कुछ वर्ष पूर्व सरस्वती की ड्रोन से निशानदेही लगाकर जो पिल्लर लगाए गए हैं उसके अनुसार खुदाई करवाई जाए। उन्होने कहा कि इस बार भी सरस्वती की खुदाई के नाम पर केवल मात्र औपचारिकता पूरी की जा रही है इसका खामियाजा बरसात के दिनों में आस-पास रहने वाले लोगों को भुगतना पडेगा। उन्होने कहा कि सरस्वती नदी पर हो रहे अवैध कब्जे हटाए जाएं। इन अवैध कब्जों के कारण अनेक स्थानों पर तो यह नदि एक नाले के रूप में रह गई है।
अरोड़ा ने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार द्वारा सरस्वती के किनारे पगडड़ी व पर्यटक स्थल बनाने के दावे किए जा रहे हैं लेकिन सबसे पहले निशानदेही के अनुसार सरस्वती की खुदाई करवाई जाए। यह दावे केवल मीडिया में सूर्खियां बटोरने के लिए किए जा रहे हैं जबकि धरातल पर हालात इसके बिल्कुल वितरीत हैंं। सरस्वती नदी अटी पडी है। इसकी ओर पूरा ध्यान देकर इसकी खुदाई करवाकर ही इसका समाधान हो सकता है।
पूर्व मंत्री ने मांग की कि शहर के नालों की सफाई भी करवाई जाए, नालों की सफाई न होने के कारण थोडी सी बरसात से ही लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुस जाता है। शहर में नाले गंदगी से अटे पडे हैंं लेकिन संबंधित विभाग व नगर परिषद इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा। उन्होने मांग की कि मानूसन शुरु होने से पहले सरस्वदी की खुदाई व नालों की सफाई करवाई जाए ताकि लोगों को बरसात के दिनों में नुकसान न उठाना पडे।