न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। निर्जला एकादशी के अवसर पर गीता स्वामी ज्ञानानंद के सानिध्य में गीता ज्ञान संस्थानम् के मुख्य द्वार पर जल सेवा का आयोजन किया गया। श्री कृष्ण कृपा परिवार द्वारा आयोजित इस जल सेवा का शुभारंभ गीता मनीषी ने राहगीरों व साधु संतों को शरबत व जलजीरा पिलाकर किया। इस अवसर पर भारी संख्या में राहगीरों ने जलसेवा का आनंद उठाया।
इस मौके पर श्री कृष्ण कृपा गौशाला के प्रधान हंसराज सिंगला, प्रेस प्रवक्ता रामपाल शर्मा, दीपक आहुजा, मंगतराम मैहता, रामकृष्ण, विजय बवेजा, मा. विजय कुमार, दीक्षा, ममता, सलोनी, कुशल आहुजा, तरूण धमीजा सहित श्री कृष्ण कृपा परिवार से जुड़े अनेक श्रद्धालुओं ने जल सेवा की।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने निर्जला एकादशी का महत्व बताते हुए कहा कि इस निर्जला एकादशी के व्रत से वर्ष भर की 24 एकादशियों के व्रत का फल मिलता है। जो व्यक्ति पूरे साल भर एकादशी का व्रत नहीं रख सकता वह केवल निर्जला एकादशी का व्रत रखने से ही साल भर की एकादशियों का फल प्राप्त कर लेता है।
उन्होंने कहा कि निर्जला एकादशी का अपना विशेष महत्व है। इस दिन भारतीय संस्कृति से जुडे़ लोग मीट्ठे पानी की छबील लगाकर राहगीरों की प्यास बुझाते हैं। इससे बड़ा पुण्य का काम कोई दूसरा नही हो सकता।