पंजाब में सिर्फ विवाह,अंतिम संस्कार रस्म को छोड़ सब तरह की सभाओं पर पाबंदी के आदेश
न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़, 20 अगस्त। राज्य में बड़े स्तर पर बढ़ रहे कोविड के मामलों से निपटने के लिए युद्ध जैसी तैयारी का न्योता देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने गुरूवार को कई तरह के आपातकालीन कदमों का ऐलान किया। इन कदमों में कल से ही हफ्ते के अंतिम दिनों (वीकएंड) के लिए लॉकडाउन और राज्य के सभी 167 शहरों /कस्बों में रोजाना शाम 7 बजे से प्रातःकाल 5 बजे तक रात के कर्फ्यू का ऐलान शामिल है।
मुख्यमंत्री ने 31 अगस्त तक सिर्फ विवाह और अंतिम संस्कार की रस्मों को छोड़कर राज्य भर में हर तरह की सभाओं पर पाबंदी के आदेश दिए हैं। राज्य में रोजाना कोविड के बढ़ते मामलों और मौतों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य में कोविड की स्थिति की समीक्षा के लिए उच्च अधिकारियों के साथ की गई वीडियो कॉन्फ्रेंस मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार इस महीने के अंत तक सभी सरकारी और प्राईवेट कार्यालय 50 प्रतिशत स्टाफ के साथ खुलेंगे।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी हुक्म किये कि वह सरकारी दफ्तरों में लोगों की अवाजाही को सीमित करें और ऑनलाइन शिकायत निवारण व्यवस्था को बढ़ावा दें जिसको राज्य सरकार ने बिना किसी रुकावट के ऑनलाइन कामकाज को बढ़ावा देने के लिए मजबूत किया है।
कोविड मामलों से बुरी तरह प्रभावित पाँच जिलों अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला और एस.ए.एस.नगर में फिर वाहनों की सामर्थ्य की बन्दिशों को लागू किया है। बसों और अन्य सार्वजनिक यातायात के साधनों को 50 प्रतिशत सामर्थ्य और निजी चार पहिया वाहन को प्रति वाहन तीन सवारीयों तक चलाने की आज्ञा होगी। किसी भी निजी वाहन में तीन से अधिक सवारीयां नहीं बैठ सकेंगी। मुख्यमंत्री ने इन पाँच जिलों के डिप्टी कमीश्नरों को यह भी निर्देश दिए हैं कि भीड़ पर कंट्रोल करने के लिए रोजाना गैर जरूरी वस्तुओं वाली सिर्फ 50 प्रतिशत दुकानें ही खोली जाएँ। राज्य भर के कुल एक्टिव मामलों की 80 प्रतिशत संख्या सिर्फ इन पाँच जिलों में ही है।
मुख्यमंत्री ने डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता को निर्देश दिए कि विवाह समारोहों और अंतिम संस्कार के समय इजाजत दिए गए व्यक्तियों की संख्या और 31 अगस्त तक राजनैतिक सभाओं पर मुकम्मल पाबंदी सम्बन्धी बनाए गए नियमों का सख्ती से पालन यकीनी बनाया जाये। स्थिति की समीक्षा 31 अगस्त को की जायेगी। उन्होंने डी.जी.पी. को हर प्रकार के राजनैतिक धरनों और सभाओं पर सख्ती से कार्यवाही करने के लिए निर्देश देते हुए पंजाब कांग्रेस पार्टी की लीडरशिप को भी पाबंदियों का पूर्ण रूप से पालन करने को यकीनी बनाने के लिए कहा।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ‘‘अब बहुत हो चुका है और आपको राज्य की आर्थिक गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए सख्त कदम उठाने चाहिएं।’’ राज्य में अब तक कोविड से हुई 920 मौतों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हर मौत से मुझे दुख होता है और आने वाले हफ्तों में स्थिति के बिगड़ने की संभावनाएं हैं।’’
कोविड के फैलाव को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों के प्रति जागरूकता पैदा करने में लोगों की भागीदारी पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को अन्य सभी विभागों, एन.जी.ओज और स्थानीय नेताओं की मदद से लोक सांझेदारी को यकीनी बनाने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य इस समय स्वास्थ्य सम्बन्धी आपात स्थिति का सामना कर रहा है जिसके परिणामस्वरूप सख्त कदम उठाए जा रहे हैं जिनमें आने वाले दिनों के दौरान कोविड पर नकेल कसने के लिए और भी तेजी लाई जा सकती है। हालाँकि मौजूदा समय में शहरी क्षेत्रों में ही मामले देखने को मिल रहे हैं परन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में भी मामलों की संख्या बढ़ रही है और जरूरत पड़ने पर सफर करने सम्बन्धी पाबंदियां भी लगाई जा सकती हैं।