गीता कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में किया गया रुद्राक्ष का पौधरोपण
न्यूज डेस्क संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 21 अगस्त। विश्व वृद्ध दिवस के अवसर पर गीता कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में वृद्धों के सम्मान में पौधारोपण किया गया। इस मौके पर विशेष तौर पर कुरुक्षेत्र में उत्तर भारत के प्रमुख प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक जय भगवान सिंगला ने पहुंच कर रुद्राक्ष के पौधे का पौधरोपण किया। उन्होंने कहाकि आज के दिन विशेष संयोग बने है कि तीर्थों की संगमस्थली एवं गीता की जन्मस्थली कुरुक्षेत्र के कन्याओं को शिक्षित करने वाले पवित्र स्थान पर विश्व वृद्ध दिवस के अवसर पर सबसे पवित्र पौधे का पौधरोपण किया गया।
उन्होंने कहाकि रुद्राक्ष की पवित्रता इतनी है कि अगर भावना हो तो तभी यह पौधा बनता है। सिंगला ने बताया कि उनकी टीम ने कुरुक्षेत्र में 101 रुद्राक्ष के पौधे लगाने का संकल्प लिया है। गीता कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में उनके द्वारा 45वां रुद्राक्ष का पौधा लगाया गया। उन्होंने द्वारा किया कि जिस प्रकार सफलता मिल रही है। उससे आने वाले समय में कुरुक्षेत्र में इतने रुद्राक्ष के पौधे होंगे कि लोगों को अनुमान ही नहीं होगा कि वे हरिद्वार में हैं या कुरुक्षेत्र में। सिंगला द्वारा कुरुक्षेत्र में लगाए गए सभी पौधे जीवित हैं और दो पौधों पर तो रुद्राक्ष भी आने लगे हैं।
उन्होंने चिंता कि भारत में लोगों को पौधरोपण के लिए अधिक से अधिक जागरूक करने की आवश्यकता है जबकि विश्व के कई देश पौधरोपण एवं हरियाली में भारत से बहुत आगे निकल गए हैं। स्कूल के प्रबंधक भूषण गोयल ने मुख्यातिथि जय भगवान सिंगला का स्वागत करते हुए कहाकि आज का दिन बुजुर्गों को मान सम्मान देने का दिन है। जय भगवान सिंगला ने तो प्रेरणा वृद्धाश्रम में वृद्धों को मान सम्मान देकर समाज में अलग ही मिसाल कायम की है और समाज को नई प्रेरणा दी है।
उन्होंने कहाकि जय भगवान सिंगला ने प्रेरणा वृद्धाश्रम ही स्थापित नहीं किया बल्कि प्रेरणा संस्था स्थापित कर 5 गरीब परिवारों की कन्याओं के सामूहिक विवाह से शुरुआत कर समाज की सैंकड़ों गरीब कन्याओं का विवाह करवाया। जिसका प्रशासन भी उदाहरण देता है। जय भगवान सिंगला ने आज अपना जीवन केवल समाज को समर्पित किया हुआ है। इस अवसर पर आशा सिंगला, डा. मधु मल्होत्रा, ममता सूद, हरबंस कौर, स्कूल की प्रधानाचार्या, प्रेरणा संस्था के सदस्य एवं स्कूल अध्यापिकाएं व अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे।