कुरुक्षेत्र पुलिस ने किया दावा संदीप सिंह की हत्या में मंजीत सिंह सहित तीन आरोपियों को किया है गिरफ्तार
पुलिस विभाग में मंजीत का था रिकार्ड खराब,रुकी हुई थी 18 इंक्रीमेंट,संदीप ने ऊंची पहुंच बताकर मंजीत का रिकार्ड ठीक कराने की एवज में लिए थे 10 लाख
हत्यारोपी मंजीत ने कहा कि डेढ़ साल पहले 10 लाख लेने के बाद भी नहीं कराया था रिकार्ड ठीक
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।पंजाब मोहाली के प्रापर्टी डीलर, जमींदार और कारोबारी संदीप सिंह की हत्या चंडीगढ़ पुलिस के एक कांस्टेबल और उसके साथियों ने मिलकर की थी। यह खुलासा कुरुक्षेत्र पुलिस के डीएसपी नरेंद्र सिंह ने किया है। उन्होंने बताया कि योजनाबद्ध तरीके से इस वारदात को अंजाम देने के मामले में मुख्य हत्यारोपी पंजाब पुलिस के सिपाही मंजीत सिंह पुत्र गुरचरण सिंह सहित उसके साथी प्रदीप उर्फ सन्नी पुत्र अवतार सिंह और सुखपाल उर्फ राज पुत्र नाथूराम वासीयान खेड़ी राजू सिंह थाना जुल्कां जिला पटियाला पंजाब को गिरफ्तार किया है।
डीएसपी नरेंद्र सिंह ने बताया कि दिनांक 22 जून 2021 को कुलदीप कौर पत्नी संदीप सिंह वासी गांव बड़ी करो थाना नवां गांव जिला मोहाली पंजाब ने थाना सदर पिहोवा पुलिस को दिये अपने ब्यान में बताया था कि वह अपने पति संदीप सिंह पुत्र दर्शन सिंह वासी गांव मानो चाहल थाना जीरा जिला फिरोजपुर पंजाब के साथ वर्ष 2008 से मोहाली में रह रही है। उसके पति की गांव मे खेती बाड़ी के साथ मंडी में आढ़ती की दुकान है और मोहाली में प्रापर्टी डीलर का भी काम है। दिनांक 21 जून 2021 को उसके पति के पास उसके दोस्त मनजीत सिंह वासी देवीगढ़ का फोन आया था। उसके पति ने बताया था कि उसे मनजीत सिंह से पेमेंट लेनी है और वह उसके साथ जा रहा है।
कुलदीप कौर ने पुलिस को बयान में बताया था कि उसी दिन उसका पति अपनी पर्सनल रिवाल्वर, लाईसैन्स, एक जोड़ी कपडे़ और गाड़ी नंबर PB-65-BA-9979 घर से खुद चलाकर मंजीत सिंह से मिलने के लिए चला गया । दिनांक 21 जून 2021 को उसकी उसके पति के साथ फोन पर बात हुई, जिसने कहा कि वह मनजीत सिंह को उसके गांव में छोड़कर पटियाला एक होटल मे रुका हुआ है। दिनांक 22 जून को भी उसकी उसके पति के साथ 2/3 बार फोन पर बातचीत हुई थी। दिनांक 23 जून 2021 को उसकी उसके पति के साथ फोन पर बातचीत हुई और संदीप सिंह के फोन से मनजीत सिंह ने बातचीत की थी जो संदीप सिंह थोडे़ घबराए हुये थे और जल्दबाजी में उससे बातचीत करके फोन काट दिया था।
उसी दिन उसकी उसके पति के साथ शाम को करीब 7 बजे बातचीत हुई थी, जिसने कहा कि वह मनजीत सिंह के साथ चंडीगढ़ के लिए चलने वाला है और 2 घंटे तक चंडीगढ़ पहुंच जाएगा। उसके बाद से उसके पति का फोन बंद था। दिनांक 24 जून 2021 को जब उसका पति घर नहीं पहुंचा तो उसने मनजीत के पास फोन करके उसके पति संदीप सिंह के बारे में पूछा था। मनजीत सिंह ने उसको बताया कि संदीप सिंह तो कल दिनांक 23 जून 2021 को करीब 7 बजे शाम को ही चला गया था। उसके बाद उसका उसके साथ कोई सम्पर्क नहीं हुआ।
उसके बाद उसके पास फोन आया कि उसका पति संदीप सिंह जिला कुरुक्षेत्र में पिहोवा के गांव बोधनी नहर के पास अपनी गाडी में मृतक अवस्था में पड़ा मिला है। वह अपने परिवार वालों के साथ मौके पर पंहुची थी। इसके ब्यान पर थाना सदर पिहोवा में मामला दर्ज करके जांच प्रबन्धक थाना सदर पिहोवा उप निरीक्षक सतीश कुमार द्वारा स्वयं की गई। मामले की जांच बाद में एंटी नारकोटिक सैल को सौंपी गई थी।
दिनांक 26 जून 2021 को एन्टी नारकोटिक सैल के प्रभारी निरीक्षक मनदीप सिंह के नेतृत्व में उप निरीक्षक धर्मबीर सिंह, दलजीत सिंह, सहायक उप निरीक्षक राजेश कुमार, सतीश कुमार, हवलदार अरविन्द कुमार, सिपाही संजीव व दिनेश कुमार की टीम ने मामले में गहनता से जांच करते हुए आरोपी मनजीत सिंह पुत्र गुरचरण सिंह, प्रदीप उर्फ सनी पुत्र अवतार सिंह व सुखपाल उर्फ राज पुत्र नाथू राम वासीयान खेडी राजू सिंह थाना जुल्का जिला पटियाला पंजाब को गिरफ्तार किया था ।
इंक्रीमेंट और पुलिस के विभागीय रिकार्ड ठीक कराने की एवज में संदीप ने लिए थे 10 लाख
पुलिस की पूछताछ पर आरोपी मनजीत सिंह ने बताया कि वह चंडीगढ पुलिस में सिपाही के पद पर नौकरी करता है और उसका पुलिस विभाग में रिकार्ड खराब होने के कारण उच्च अधिकारियों ने उसके 18 इंक्रीमेंट बन्द कर दिये थे। उसकी करीब 02 साल पहले संदीप सिंह के साथ जान पहचान हो गई थी। जिसके बारे उसने संदीप सिंह को बताया । वह बोला कि उसकी पंहुच बहुत उंची है। वह उसका सारा रिकार्ड ठीक करवा देगा। जिसके बदले उसने उससे 10 लाख रुपये की मांग की । करीब डेढ साल पहले उसने संदीप सिंह को 10 लाख रुपये दे दिये थे लेकिन उसने न तो उसका रिकार्ड ठीक करवाया और न ही उसके पैसे वापिस किये।
लोकेशन को पिहोवा एरिया में दिखाने के लिए 2 दिन फोन लेकर घुमता रहा पिहोवा के आसपास
चंडीगढ़ पुलिस में कांस्टेबल मनजीत सिंह ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने अपने साथियों के साथ योजनाबद्द तरीके से संदीप को देवीगढ़ मिलने के लिए बुलाया था। देवीगढ़ में एक किराये के मकान में बंधक बनाकर उससे उसका फोन व लाईसेंसी रिवाल्वर छीन लिए। इसके बाद योजनाबद्द तरीके से उसकी लोकेशन को पिहोवा के एरिया में दिखाने के लिए 2 दिन लगातार उसके फोन को लेकर पिहोवा एरिया में घुमता रहा। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर दिनांक 23/24 की रात को बोधनी नहर के पास एक सुनसान जगह पर ले जाकर संदीप सिंह को उसी की लाईसेंसी रिवाल्वर से 4 गोलियां मारी थी। गोली लगने से संदीप सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी।उन्होंने उसकी लाईसेंसी रिवाल्वर व मोबाइल फोन मृतक संदीप सिंह के पास गाड़ी में ही रख दिया और दूसरी गाड़ी में बैठकर मौका से फरार हो गये ।