* वर्ष में 50 हजार औषधीय पौधे वितरण का विश्वविद्यालय ने लिया संकल्प
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।कोरोना महामारी में आयुर्वेद की महत्ता बढ़ी है। गिलोय और तुलसी शारीरिक क्षमता बढ़ाने और व्याधि खत्म करने में कारगर साबित हुई है। इसलिए आयुष यूनिवर्सिटी ने जिले में घर-घर गिलोय और तुलसी पहुंचाने का संकल्प लिया। ताकि जिले के नागरिक निरोग रहें। पांच हजार औषधीय पौधे जिले में बांटे जा चुके हैं। वर्ष में 50 हजार पौधे वितरण का आयुष विश्वविद्यालय द्वारा लक्ष्य लिया गया है।
कोरोना वैश्विक महामारी में आयुष यूनिवर्सिटी द्वारा महत्ती भूमिका निभाई गई है। नागरिकों को औषधिय काढ़ा वितरण व कोविंड संक्रमित मरीजों के लिए आईसोलेसन सेंटर बनाया गया। इसी कड़ी में यूनिवर्सिटी द्वारा योग दिवस पर जिले में हर घर औषधीय पौधे गिलोय और तुसली पहुंचाने का संकल्प लिया है। अभियान की शुरूआत सांसद नायब सैनी और विधायक सुभाष सुधा ने की थी,जिसमें यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. बलदेव धीमान सहित अन्य स्टाफ सदस्य भी शामिल रहे। अभी तक पिछले आठ दिनों में पाँच हजार पौधे नागरिकों को बांटे गए है। नगर में तीन स्थान देवीलाल पार्क पीपली, सैक्टर-13 और ब्रह्मसरोवर पर पौधे वितरित किये जा रहे हैं।
कर्नल एस.एन वर्मा और अतुल गोयल अभियान के प्रमुख है। अतुल गोयल ने बताया कि तुलसी और गिलोय की पत्तियों का रस इम्यूनिटी बढ़ाकर, संक्रमण को घटाता है। शरीर के अन्य रोगों को भी खत्म करता है। इसलिए आयुष यूनिवर्सिटी ने जिले में घर-घर तुलसी और गिलोय पहुंचाने का संकल्प लिया है। नागरिकों में भी औषधीय पौधे घर में लगाने का उत्साह देखा गया है। आठ दिन के अन्दर लगभग पाँच हजार से अधिक पौधे बांटे जा चुके हैं। यूनिवर्सिटी का लक्ष्य साल में 50 हजार पौधे वितरण का है।