न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।टिकरी बॉर्डर पर पिछले दिनों हुए कसार गांव निवासी मुकेश आत्मदाह केस में गिरफ्तार जिले के गांव निर्जन निवासी संदीप व रायचंदवाला गांव वासी कृष्ण कुमार की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए मंगलवार को माजरा खाप पंचायत ने लघु सचिवालय के समक्ष धरना दिया तथा डीसी डॉ आदित्य दहिया को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में दोनों को निर्दोष बताया गया। अगुआई खाप प्रधान महेंद्र सिंह रिढाल ने की। ज्ञापन देने वालों में माजरा खाप से संबंधित 14 गांव के प्रबुद्ध लोग शामिल थे।
डीसी को सौंपे ज्ञापन में मांग की गई कि टिकरी बॉर्डर पर मुकेश आगजनी केस की निष्पक्ष जांच की जाए। कहा गया कि उक्त केस में संदीप वासी निर्जन, कृष्ण कुमार रायचंदवाला को बहादुरगढ़ पुलिस 19 जून को गिरफ्तार करके ले गई है, जिसकी माजरा खाप-पंचायत घोर निंदा करती है। इस मामले में दो तरह की वीडियो सोशल मीडिया पर चल रही है। एक वीडियो में जो आगजनी करने के तुरंत बाद की है कि मुकेश अपनी पत्नी और घर वालों से परेशानी की बात करता है और दूसरी में अस्पताल में उसके परिवार वाले मृतक से दबाव बनाकर किसानों का नाम लेने की कहते हैं। उससे हां करवाते हैं इसी वीडियो को आधार मानकर पुलिस कृष्ण कुमार के खिलाफ मामला दर्ज करती है। संदीप का एफआईआर में नाम नहीं है।
19 जून को बहादुरगढ़ पुलिस संदीप के घर रेड करती है संदीप और उसके भाई को गिरफ्तार करके ले जाती है। अगले दिन उसके भाई को छोड दिया जाता है और संदीप को दोषी मान कर जेल भेज दिया जाता है।ज्ञापन में कहा गया कि माजरा खाप पंचायत ने गांव निर्जन में तीन बार पंचायत की, जिसमें संदीप कुमार के व्यवहार व चरित्र बारे पड़ताल की गई। पड़ताल में इसका व्यवहार अच्छा पाया गया व कोई भी अपराधिक मामला इसके खिलाफ दर्ज नहीं है। खाप की मृतक के प्रति भी सहानुभूति है। ज्ञापन के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया गया कि मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी को निष्पक्ष जांच करके शीघ्र रिपोर्ट देने के लिए कहा जाए। कहा गया कि जिस पेट्रोल पंप से आत्मदाह करने के लिए तेल खरीदा, उस पेट्रोल पंप के 17 जून से पिछले 5 दिनों से कैमरे क्यों बंद कर दिए गए हैं। इसकी भी जांच की जाए।
यदि निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो माजरा खाप पंचायत जींद अगला ठोस कदम उठाएगी, जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी। ज्ञापन में जींद प्रशासन से निवेदन किया गया कि झज्जर प्रशासन से संपर्क करके इस विषय पर बातचीत करें। डीसी आदित्य दहिया ने पंचायत को आश्वासन दिया की इस केस के संबंध में मुख्यमंत्री हरियाणा से बात करके झज्जर प्रशासन से इसकी निष्पक्ष जांच के लिए शीघ्र बात की जाएगी। धरना देने वालों में प्रमुख तौर से समुंदर सिंह फोर, जयसिंह सैनी हैबतपुर, पूर्व पार्षद विनोद सैनी निर्जन, किताब सिंह झांझ, जयपाल सिंह जुलानी, वेदप्रकाश बुरा, जयनारायण जिलेदार खोखरी, सतबीर लाठर मांडो, जगदीश मलिक पिंडारा, जोगी राम असरफगढ, सूरजभान पंडित, बलवान पडित, पवन रोहिल्ला, जयप्रकाश, पूर्व सरपंच रामभज, पूर्व सरपंच जगदीश निर्जन, रामेहर नम्बरदार, सुभाष नम्बरदार आदि सैकड़ों लोग शामिल रहे।