परीक्षाओं के मोड व सफल संचालन हेतु मंगलवार को लिया गया फैसला, अधिसूचना जारी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा. हुकम सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने परीक्षा स्टैंडिंग कमेटी की सिफारिशों के आधार पर इस बार भी ब्लैंडिड मोड में परीक्षा लेने की योजना बनाई है जिसकी अधिसूचना मंगलवार को सभी विभागाध्यक्षों, प्राचार्यों व निदेशकों को ई-मेल के माध्यम से जारी की गई। कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि छात्र हित हमारी पहली प्राथमिकता है। प्रदेश में वर्तमान स्थिति व परीक्षा संबंधित समस्याओं का संज्ञान लेते हुए कुवि प्रशासन ने इस बार पुनः स्नातक/स्नातकोत्तर की सेमेस्टर परीक्षाएं 13 जुलाई से व बीएड अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 27 जुलाई से ब्लैंडिड मोड में आयोजित करने का निर्णय लिया है जिसके सफल संचालन हेतु केयू प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
परीक्षा नियंत्रक डा. सिंह ने बताया कि इन सभी परीक्षाओं की डेटशीट कुवि की वैबसाइट पर पहले से ही उपलब्ध है तथा विद्यार्थियों की समस्याओं को देखते हुए इस बार भी अपने पेपर की उत्तर-पुस्तिका अपलोड करने के लिए गूगल फार्म का लिंक जारी किया जाएगा ताकि उत्तर-पुस्तिका भेजने के लिए ई-मेल बाउंस व ई-मेल फेल जैसी किसी भी तकनीकी समस्या का सामना न करना पड़े। विश्वविद्यालय के विभागों व सम्बन्धित कालेजों के सभी परीक्षार्थियों को यूजी-पीजी की सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए गूगल फार्म का लिंक संबंधित विभाग व संस्थान की ओर से भेजा जाएगा और गूगल फार्म के जरिए ही विद्यार्थी अपनी उत्तर-पुस्तिका समय रहते सम्बन्धित विभाग/संस्थान व कालेज में भेज सकेंगे।
इसके लिए बकायदा सम्बन्धित अधिकारियों व कर्मचारियों को गूगल फार्म का लिंक तैयार कर सभी परीक्षार्थियों के पास भेजना होगा।उन्होंने बताया कि इन सभी परीक्षाओं में विद्यार्थी को 100 प्रतिशत अंको का पेपर हल करना होगा जिसके लिए उन्हें 4 घंटे का समय दिया जाएगा। पेपर करने के लिए विद्यार्थियों को ए-फार साइज के अधिकतम 36 पेजों का प्रयोग करना होगा तथा प्रश्न पत्र डाउनलोड करके परीक्षा संबंधित विवरण व रोल नंबर पेज पर लिखना होगा। इसके अलावा कोई भी परीक्षार्थी अपना मोबाइल नंबर व अन्य कोई भी सूचना अपनी उत्तर-पुस्तिका पर नहीं लिखेगा।
इन आदेशों की उल्लंघना करने पर सम्बन्धित विद्यार्थी के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। ब्लैंडिड मोड के तहत होने वाली इन परीक्षाओं के लिए जारी की गई गाइडलाइंस में विद्यार्थियों को वैब कैम और मोबाइल कैमरे के सामने उपस्थित होने के निर्देश हैं। डा. हुकम सिंह ने बताया कि प्रातःकालीन व सांयकालीन सत्र में होने वाली इन स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाओं में सुबह सत्र वाला पेपर 9.15 बजे और सांय सत्र के लिए 1.15 बजे ई-मेल के माध्यम से सम्बन्धित विभाग/संस्थान व काॅलेज में भेजे जाएंगे। इसके बाद संबंधित विभाग/संस्थान व कालेज 9.30 बजे और दोपहर के सत्र में 1.30 बजे तक प्रश्न-पत्र ई-मेल, व्हाट्सएप व अन्य किसी इलेक्ट्रॉनिक एप के माध्यम से परीक्षार्थी के पास भेजेंगे।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा आवश्यकता पड़ने पर स्पेशल ऑब्जर्वर नियुक्त किए जा सकते हैं जोकि ऑनलाइन विद्यार्थियों पर परीक्षा के दौरान नजर रखेंगे ताकि परीक्षा नकल मुक्त संपन्न हो सके।परीक्षा मोड के लिए पूर्व विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन जरूरी: डा. हुकम सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार विद्यार्थी आनलाईन या आफलाइन किसी भी माध्यम से परीक्षा दे सकता है। इसके लिए विभागाध्यक्षों, प्राचार्यों व निदेशकों को परीक्षार्थियों से 10 जुलाई तक आप्शन लेनी होगी कि वे परीक्षा किस माध्यम से देना चाहते हैं। दूर-दराज व अन्य प्रदेशों में रहने वाले पूर्व विद्यार्थी को परीक्षा देने के लिए स्वयं को विभाग/संस्थान व महाविद्यालय में आनलाईन व आफलाइन मोड में रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा।
इसके लिए उसके परीक्षा प्रवेश पत्र पर संबंधित कालेज का नाम दर्शाया गया होगा जिसके द्वारा वह निर्धारित महाविद्यालय व संस्थान में सम्पर्क कर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकता है जिसमें उसका नाम, कक्षा, रोल नंबर, पेपरों का विवरण, मोबाइल नंबर, ई-मेल आदि आदि सभी जानकारियां उपलब्ध करवानी होगी। सफल रजिस्ट्रेशन होने पर परीक्षार्थी को समय रहते प्रश्न पत्र सुबह व दोपहर सत्र वाले परीक्षा वाले दिन उपलब्ध हो सकेंगे। डा. सिंह ने बताया कि पूर्व की भांति इस बार भी यदि कोई विद्यार्थी आफलाइन माध्यम से परीक्षा देना चाहता है तो उस स्थिति में विद्यार्थी को संबंधित कालेज प्रश्न-पत्र व उत्तर-पुस्तिका उपलब्ध करवाएगा और परीक्षा संपन्न करवाने की जिम्मेदारी संबंधित विभाग, कालेज व संस्थान के अध्यक्ष, प्राचार्य व निदेशक की होगी।इसके अलावा प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, ट्रेनिंग आदि की परीक्षा विभाग, महाविद्यालय व संस्थान स्तर पर ही आनलाईन मोड के माध्यम से ली जाएगी।
परीक्षा केन्द्र अधीक्षक व निरीक्षकों की होगी नियुक्ति
डा. सिंह ने बताया कि यूजी, पीजी व बीएड की परीक्षाओं के लिए संबंधित महाविद्यालय/संस्थान द्वारा परीक्षा केन्द्र अधीक्षक नियुक्त किए जाएंगे और 20 विद्यार्थियों के ऊपर एक निरीक्षक नियुक्त किया जाएगा जोकि सभी विद्यार्थियों की गूगल मीट और व्हाट्सअप के द्वारा प्रोक्टोरियल इंवेस्टिगेशन करेगा। शिक्षकों को इसका रिकार्ड 3 महीने तक संभालकर रखना होगा ताकि जरूरत पड़ने पर विश्वविद्यालय द्वारा इसकी जांच की जा सके। इसके अलावा सभी विभाग/संस्थान व काॅलेज को सभी परीक्षाओं की डेली सूची परीक्षा संपन्न होने उपरांत क्लास वाइज/पेपर वाइज/डेट वाइज उत्तर-पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए निर्धारित किए गए अवार्ड परफार्मा के साथ संलग्न करनी होगी। डा. सिंह ने बताया कि यह सभी दिशा-निर्देश विश्वविद्यालय की वैबसाइट पर भी उपलब्ध हैं।