उपायुक्त मुकुल कुमार ने कुरुक्षेत्र के 9 तीर्थों का किया निरीक्षण
तीर्थों को विकसित करने के लिए बनाई जाएगी योजना,सरकार के पास भेजा जाएगा प्रस्ताव
सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 में तीर्थों को विकसित करने के लिए रखा है 50 करोड रुपए के बजट का प्रावधान
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि दिव्य कुरुक्षेत्र मिशन के तहत कुरुक्षेत्र के 134 तीर्थो के साथ-साथ 48 कोस के क्षेत्र में आने वाले तीर्थों को विकसित किया जाएगा। इन तीर्थ स्थलों को दशर्नीय स्थल बनाया जाएगा ताकि देश-विदेश से आने वाले पर्यटक इन तीर्थो के दर्शन कर सके और कुरुक्षेत्र के इतिहास से आत्मसात हो सके। इस उद्देश्य के लिए राज्य सरकार ने दिव्य कुरुक्षेत्र मिशन के तहत तीर्थों का विकास करने के लिए वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 50 करोड रुपए का प्रावधान भी किया है।
उपायुक्त मुकुल कुमार मंगलवार को कुरुक्षेत्र के विभिन्न तीर्थों का निरीक्षण करने के उपरांत कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अधिकारियों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले उपायुक्त मुकुल कुमार व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुभव मेहता ने सबसे पहले बीड पिपली में रन्तुक यक्ष का निरीक्षण किया। इसके उपरांत दयालपुर गांव में बाण गंगा तीर्थ, गांव किरमिच में कुलोतारण तीर्थ, समसीपुर में औजस तीर्थ, गांव दयालपुर में आपगा तीर्थ, गांव मिर्जापुर में कर्ण का टीला, गांव कमौदा में काम्यक तीर्थ, गांव लौहार माजरा में लोमस तीर्थ तथा थानेसर के नाभी कमल तीर्थ का अवलोकन किया।
इन तीर्थों का बारीकि से अवलोकन करने, तीर्थो का इतिहास जानने के साथ-साथ तीर्थो को इस तरह विकसित किया जाए। इस विषय पर गहनता से विचार विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कुरुक्षेत्र के साथ-साथ 48 कोस के तीर्थों को विकसित करने की येाजना पर कार्य कर रही है। इन सभी तीर्थों को धीरे-धीरे विकसित किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने बकायदा पिछले बजट सत्र में एक प्रस्ताव भी पारित किया। जिसमें हरियाणा की पर्यटन क्षमता का लाभ उठाने के लिए सरकार ने कुरुक्षेत्र मेें 134 तीर्थों के साथ 48 कोस क्षेत्र में दिव्य कुरुक्षेत्र मिशन का प्रस्ताव तैयार किया है।
इस प्रतिष्ठिïत पर्यटन स्थल गंतव्य को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा विकसित किया जाएगा। इसके लिए वित्त वर्ष 2021-22 में 50 करोड का प्रस्ताव भी पारित किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार की इस योजना के तहत कुरुक्षेत्र के तीर्थो को विकसित करने के लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिए गए है। इस प्रस्ताव को जल्द से जल्द केडीबी द्वारा तैयार किया जाएगा। जैसे ही यह प्रस्ताव तैयार हो जाएंगे तो इनकों स्वीकृति के लिए राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा। राज्य सरकार की अनुमति मिलने के बाद तीर्थों को विकसित करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।