भविष्य भारत का’ विषय पर आयोजित हुई प्रतियोगिता, देशभर से प्राप्त 152 निबंधों में से 11 निबंध हुए पुरस्कृत
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित अखिल भारतीय आचार्य निबन्ध प्रतियोगिता का परिणाम घोषित कर दिया गया है। यह जानकारी देते हुए विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डॉ. रामेंद्र सिंह ने बताया कि विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर आचार्य निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। यह प्रतियोगिता संपूर्ण देश के विद्यालयों के अध्यापक-अध्यापिकाओं के लिए प्रतिवर्ष आयोजित होती है, जिसमें से श्रेष्ठ निबन्धों को चुनकर राष्ट्रीय कार्यालय विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान, कुरुक्षेत्र को भेजा जाता है।
उन्होंने बताया कि देशभर से कुरुक्षेत्र में प्राप्त 152 श्रेष्ठ निबन्धों में से संस्थान के निर्णायक मंडल द्वारा 11 श्रेष्ठ निबन्धों का चयन किया गया है, जिनमें से प्रथम से लेकर पंचम स्थान तक एवं 6 निबन्धों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया है। डॉ. रामेंद्र सिंह ने बताया कि ‘भविष्य भारत का’ विषय पर आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार सोनाक्षी मुडावल, शांति अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज, रामपुर बाग, बरेली, द्वितीय पुरस्कार भावना पंत, तुलाराम गोपालदास मित्तल सरस्वती शिशु मंदिर, मायापुर, हरिद्वार, तृतीय पुरस्कार ज्योति कोलेकर, सरस्वती विद्या मंदिर उ.मा.विद्यालय, ऋषिनगर, उज्जैन, चतुर्थ पुरस्कार पुरखाराम चौधरी, आदर्श विद्या मंदिर उ.मा., माजीवाला, बालोतरा, बाड़मेर, पंचम पुरस्कार प्रिया सक्सेना कांति कपूर सरस्वती बा.वि.मं. इंटर कालेज, इज्जर नगर, बरेली को प्रदान किया गया है।
सांत्वना पुरस्कार प्राप्त करने वालों में सरला तिवारी, विश्व मानव हनुमान सरस्वती शिशु मंदिर, नरेला दिल्ली, कुंवर सिंह, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर पो. लांघा, देहरादून, अशोक कुमार मिश्र, सरस्वती विद्या मंदिर इं.कालेज, केशव नगर, बाराबंकी, अमृत सरकार, नेताजी सरस्वती शिशु मं.पू.मा.विद्यालय, सितारगंज, ऊधमसिंह नगर, अरिंदम चक्रवर्ती, शंकरदेव शिशु निकेतन, बलिखेतिया, असम, रंतीजा शर्मा, एस.एस.वी.एम. पब्लिक स्कूल, विकास नगर नीमच रहे। डॉ. रामेन्द्र सिंह ने बताया प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विजेता को पुरस्कार स्वरूप 5100 रुपये, द्वितीय को 3100 रुपये, तृतीय को 2500 रुपये, चतुर्थ को 2100 रुपये, पंचम को 1500 रुपये तथा सांत्वना पुरस्कार विजेताओं को 1100 रुपये प्रति आचार्य प्रदान किए जाएंगे।