न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के टैगोर हॉस्टल में कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा द्वारा 1 जुलाई को फलदार वृक्ष रोपित करने के साथ वन महोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। प्रतिवर्ष 1 जुलाई से 7 जुलाई तक के समय को संपूर्ण विश्व में वन महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय मे भी वन महोत्सव के दौरान अति उत्साह के साथ पौधारोपण किया जाता है।
वन महोत्सव के प्रथम दिन प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने संदेश दिया था कि प्रकृति के संतुलन हेतु ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए। इसी श्रृंखला में रविवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल हॉस्टल में पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के चीफ वार्डन प्रोफेसर डी. एस. राणा के नेतृत्व में इंटरनेशनल हॉस्टल में कई वृक्षों को रोपित किया गया किया गया। 1 जुलाई को भी इंटरनेशनल हॉस्टल में फलदार वृक्षों को रोपित किया गया था।
इस अवसर पर प्रोफेसर राणा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिए. उन्होंने कहा कि मानव जीवन को सुखी, समृद्ध व संतुलित बनाने के लिए पौधारोपण का अपना विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि हमारा दायित्व पौधारोपण के साथ खत्म नहीं हो जाता क्योंकि पौधारोपण के बाद पौधे की देखभाल भी अति आवश्यक है।
इस अवसर पर इंटरनेशनल हॉस्टल के वार्डन डॉ रमेश कुमार ने पौधों की उचित देखभाल का आश्वासन दिया। डॉ रमेश कुमार बताया कि गत वर्ष भी इंटरनेशनल हॉस्टल में पौधे लगाए गए थे। सभी पौधों की उचित देखभाल हो रही है तथा उन्हें नियमित समय पर सिंचित किया जाता है। डॉ रमेश कुमार ने बताया कि इंटरनेशनल हॉस्टल को हरा भरा बनाने में वे लगातार प्रयासरत हैं तथा इसके लिए वे कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। इसी के तहत इंटरनेशनल हॉस्टल के संपूर्ण प्रांगण में पौधारोपण के साथ-साथ हरी भरी घास का भी रोपण किया गया। कार्यक्रम के अंत में हॉस्टल के वार्डन डॉ. रमेश कुमार ने प्रोफेसर डी. एस राणा को हर प्रकार के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।