प्राण वायु को बचाने के लिए पौधारोपण बहुत जरूरीः स्वामी ज्ञानानंद
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डॉ. बीआर अम्बेडकर अध्ययन केन्द्र एवं दिव्य कुरुक्षेत्र मिशन के संयुक्त तत्वावधान में डॉ. बी.आर. अम्बेडकर अध्ययन केन्द्र में पंचवटी वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द जी महाराज, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव धीमान तथा दीनबन्धु छोटूराम विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय, मुरथल के कुलसचिव प्रो. सुरेश कुमार ने पंचवटी पौधों का रोपण किया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए अध्ययन केन्द्र के सहायक निदेशक डॉ. प्रीतम सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। अध्ययन केंद्र के निदेशक प्रो. महावीर नरवाल ने डॉ. बी.आर. अम्बेडकर केन्द्र की गतिविधियों एवं आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों के विषय में बताया। परमपूज्य गीता मनीषी ज्ञानानंद जी महाराज ने अपना आलौकिक सानिध्य प्रदान किया।
स्वामी ज्ञाननंद महाराज ने कहा कि कोरोनाकाल में जिस प्रकार ऑक्सीजन की कमी का सामना मानवजाति को करना पड़ा उसको देखते हुए प्राण वायु को बचाने के लिए पौधारोपण बहुत जरुरी हैं। उन्होंने बताया कि भगवद्गीता के 15वें अध्याय के 13वें श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण ने भी पर्यावरण के महत्व के बारे में बताया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि जैसे पौधों के पत्ते, फूल, फल, आदि झड़ जाने के बाद भी उनमें नवसृजन का संचार होता है। मनुष्यों को भी उनसे प्ररेणा लेकर नवसृजन के कार्य करते रहना चाहिए जिससे मानवजाति का कल्याण हो सके।
कार्यक्रम में डॉ. रामेन्द्र सिंह ने दिव्य कुरुक्षेत्र मिशन के उद्देश्यों के विषय में बताया। कार्यक्रम के अन्त में केन्द्र के उपनिदेशक डॉ. गोपाल प्रसाद ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर प्रो. तेजेन्द्र शर्मा, प्रो. शुचिस्मिता, प्रो. डीएस. राणा, प्रो. एके. मितल, प्रो. फकीर चन्द, डॉ. कामराज, डॉ. कुलदीप सिंह, सहायक कुलसचिव डॉ. जितेन्द्र कुमार, डॉ. अंकेश्वर प्रकाश, डॉ. हुकम सिंह रंगा, डॉ. हरजीत सिंह, डॉ. सुनील भारती, डॉ. ऋषिपाल मथाना, डॉ. पवन कुमार,डॉ. राजबीर, डॉ. गुरचरण, दलबीर मान सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।