अस्पताल को क्वालिटी सर्टिफिकेट के लिए एनक्यूएएस में 70 प्रतिशत से अधिक अंक लाने है जरूरी
न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम 15 जुलाई को नागरिक अस्पताल का दौरा करेगी। अस्पताल को क्वालिटी सर्टिफिकेट के लिए एनक्यूएएस में 70 प्रतिशत से अधिक अंक लाने है। इसे लेकर अस्पताल प्रशासन ने अपनी तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी हैं। अस्पताल में मिलने वाली रेफरल सेवा के नोडल अधिकारी एवं डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने सोमवार को रेफरल कर्मियों की बैठक ली और उन्हें साफ-सफाई, सेनेटाइजेशन व रिकोर्ड मेनटेन को लेकर दिशा-निर्देश दिए।
डा. भोला ने कहा कि रेफरल सेवा स्वास्थ्य विभाग की सबसे अहम सेवा है। गंभीर मरीजों को एंबुलेंस के माध्यम से पीजीआईएमएस रोहतक तो ले जाया जाता है ही साथ ही गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के बाद उनके घर तक भी पहुंचाया जाता है। ऐसे में संक्रमण न फैले, इसके लिए चालक एंबुलेंस की सफाई रखें। उन्होंने फ्लीट मैनेजर दिनेश को निर्देश दिए कि एंबुलेंस की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखते हुए प्रतिदिन जांच की जाए। इसके अलावा एंबुलेंस को सेनेटाइज्ड समय-समय पर किया जाए।
वहीं बायोमेडिकल वेस्ट का निपटान भी सही तरीके से किया जाए। एंबुलेंस रिकार्ड को बेहतरी से मेनटने किया जाए। उन्होंने चेताया कि अगर रेफरल सेवा में किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी संज्ञान में आती है तो कठोर संज्ञान लिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पताल से रेफर होने वाले मरीजों को निर्धारित स्थान पर ले जाया जाए और मरीजों व तीमारदारों से अच्छा व्यवहार किया जाए। अगर चालक की शिकायत मिलती है तो उस पर कड़ा संज्ञान लिया जाएगा।