न्यूज डेक्स संवाददाता
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली एआईसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग (एटीएएल) अकादमी नई दिल्ली ने सोमवार अटल ऑनलाइन एफडीपी का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईआईटी जम्मू के निदेशक डॉ. मनोज सिंह गौड़ और सम्मानित अतिथि एआईसीटीई के अध्यक्ष डॉ अनिल डी सहस्रबुद्धे उद्घाटन समारोह के अवसर पर उपस्थित थे।
निदेशक, एनआईटी कुरुक्षेत्र ने एक वक्ता के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई। पूरे भारत में 56 अटल एफडीपी में से एक का हिस्सा बनना इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, एनआईटी कुरुक्षेत्र के लिए बेहद खुशी की बात है। पांच दिनों 12-16 जुलाई, 2021 के अटल एफडीपी का विषय ‘नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के साथ विद्युत वितरण प्रणाली विश्लेषण’ है। पूरे भारत से शिक्षा और उद्योग जगत के दो सौ प्रतिभागी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस गतिविधि का समन्वय डॉ.अश्विनी कुमार और डॉ आत्मा राम गुप्ता द्वारा किया गया। माननीय निदेशक, पदम श्री डॉ. सतीश कुमार ने उद्घाटन समारोह की सभा को संबोधित किया और एआईसीटीई को अटल योजना के लिए बधाई दी, जिसने तकनीकी ज्ञान के विकास के लिए शिक्षा के लिए पहल की है। आईआईटी, एनआईटी और उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा पांच दिनों के कार्यक्रम में दिया जाएगा।
कार्यक्रम का पहला दिन डॉ. आशीष जौहरी, सिद्धांत सलाहकार सिनर्जी एचआर ने मानव समाज की खुशी और भलाई पर एक व्याख्यान दिया। मानव आज भारी मानसिक तनाव में है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, जो प्रणाली के अक्षम प्रबंधन का मुख्य कारण बन गया है। डॉ. जौहरी ने हृदय आधारित ध्यान का अभ्यास करके सुख और कल्याण के तरीकों को अपनाने पर जोर दिया। हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट द्वारा हृदय-आधारित ध्यान की पेशकश की जाती है, जिसके 130 से अधिक देशों में केंद्र हैं।
डॉ. जौहरी ने सुख के आठ मंत्रों पर चर्चा की और उन्हें अपने जीवन में अभ्यास करने पर जोर दिया। आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर डॉ गणेश बी कुम्भर ने पहले दिन वितरण प्रणाली विश्लेषण और स्मार्ट ग्रिड पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान दिया है डॉ आत्मा राम गुप्ता और डॉ अश्विनी कुमार ने इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी विशेषज्ञों और प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया