सब-ट्रॉपिकल सैंटर लाडवा में शुरू हुआ ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन
ड्रैगन फ्रूट की 2 किस्मों के लगाएं 540 पौधे, फरवरी 2020 में करीब 1 एकड़ में लगाएं ड्रैगन फ्रूट के पौधे
कुरुक्षेत्र के किसान ने भी शुरू की ड्रैगन फ्रूट की खेती
न्यूज डेक्स संवाददाता
लाडवा। हरियाणा के लोगों को अब थाईलैंड का ड्रैगन फ्रूट भी खाने को मिलेगा। इस ड्रैगन फ्रूट को लाडवा के सब-ट्रॉपिकल सैंटर में लगाया गया है और ड्रैगन फ्रूट के पौधों पर फूल आने के साथ-साथ फल भी पकना शुरू हो गया है। अहम पहलु यह है कि कोरोना जैसी महामारी से बचाव में ड्रैगन फू्रट कारगार सिद्घ हो सकता है। इस ड्रैगन फ्रूट में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इस ड्रैगन फ्रूट को आम उत्सव में काफी पसंद किया गया और इस ड्रैगन फू्रट को देखने और जानकारी लेने वाले किसानों का तांता भी लगा रहा। सब-ट्रॉपिकल सैंटर लाडवा में फरवरी 2020 में ड्रैगन फ्रूट के बाग को लगाना शुरू किया। इस बाग के लिए करीब एक एकड़ भूमि पर ड्रैगन फ्रूट की 2 किस्में लगाई गई है।
इसमें वाईट फलैस्ट के 324 और रैड फलैस्ट के 216 सहित कुल 540 पौधे लगाएं गए और प्रत्येक पौधे में 15 फीट गुणा 7 फीट के फैसले पर लगाएं गए है। इन पौधों को लोहे के पीलर और टायर की स्पोट दी जाती है क्योंकि इसका तना नहीं होता और इसकी आकृति कैक्टस के पौधे की तरह होती है। इस सैंटर में इसकी सिचांई भी ड्रिप सिंचाई के जरिए की जा रही है। इस एक पौधे की कीमत महज 50 रुपए है और 1 साल के बाद ड्रैगन फ्रूट पर फूल आने शुरू हो जाते है। इसके फूल के 35 दिन के समय के बाद फल पक जाता है। इस एक फल की कीमत मार्किट में 120 रुपए से 130 रुपए की होती है और इसकी मार्किट फिलहाल दिल्ली, फरीदाबाद और सुपर मॉल में ज्यादा है।
सब-ट्रॉपिकल सैंटर के संचालक उपनिदेशक डा. बिल्लू यादव ने बातचीत करते हुए कहा कि लाडवा सब ट्रॉपिकल सैंटर में फरवरी 2020 में ड्रैगन फू्रट के 540 पौधे लगाएं गए है और अब इन पौधों पर फल आना शुरू हो गया है। यह फल थाईलैंड देश का है और अब इसे हरियाणा में भी खूब लगाया जा रहा है। इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र के चतुरभुज माजरा अजराना कलां के किसान ने इस ड्रैगन फ्रूट की खेती और नर्सरी लगाने का काम भी शुरू कर दिया है। इस ड्रैगन फ्रूट की रैड और वाईट 2 विरायटी लगाई गई है इस ड्रैगन फ्रूट का स्वाद ज्यादा मीठा तो नहीं होता लेकिन यह फल स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है इस फल में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
इस ड्रैगनफ्रूट की बागवानी की सफलता धीरे-धीरे मिल रही है जैसे ही ड्रैगन फू्रट की खेती संख्या बढेगी तो निश्चित ही लोगों को ड्रैगन फ्रूट सहजता से खाने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि आम उत्सव में प्रगतिशील किसान द्वारा प्रदर्शनी में ड्रैगन फ्रूट को रखा गया। इस फ्रूट को देखकर लोग व किसान आश्चर्यचकित रह गए क्योंकि यह फल देखने में सुदंर भी लगता है। इस फल की मार्किटिंग अभी दिल्ली, फरीदाबाद और सुपर मॉल में ही ज्यादा है। अब हरियाणा में भी ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढावा दिया जा रहा है। इस उत्सव के दौरान किसानों को ड्रैगन फ्रूट के बाग भी दिखाए गए और विशेष विशेषज्ञों द्वारा मौके पर किसानों को ड्रैगन फ्रूट की बागवानी के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी गई। इस दौरान किसानों को जागरूक किया गया कि पानी को बचाने और फसल चक्र बनाने के लिए ड्रैगन फ्रूट के बाद लाभदायक सिद्घ हो सकते है।