परीक्षार्थियों की होगी ऑनलाईन रिमोट प्रोक्टरिंग
हाइटेक सॉफ्टवेयर की रहेगी परीक्षार्थियों पर पैनी नजर
परीक्षाओं के मोड व सफल संचालन हेतु लिया गया निर्णय
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की 22 जुलाई से शुरू होने वाली दूरवर्ती पाठ्यक्रमों व प्राइवेट की वार्षिक परीक्षाओं को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने परीक्षा स्टैंडिंग कमेटी की सिफारिशों के आधार पर इस बार भी ब्लैंडिड मोड में परीक्षा लेने की योजना बनाई है जिसकी अधिसूचना शुक्रवार को सभी संबंधित कॉलेजों के प्राचार्यों व व दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के निदेशक को ई-मेल के माध्यम से जारी की गई। इसके साथ ही गाइडलाइन विश्वविद्यालय की वैबसाइट पर भी उपलब्ध है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि छात्र हित विश्वविद्यालय पहली प्राथमिकता है। वर्तमान स्थिति व परीक्षा संबंधित समस्याओं का संज्ञान लेते हुए कुवि प्रशासन द्वारा इस बार 22 जुलाई व 10 अगस्त से शुरू होने वाली स्नातक/स्नातकोत्तर की वार्षिक परीक्षाओं के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। परीक्षाओं को नकल रहित रखने के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।
कोरोना महामारी के मद्देनजर हालात को देखते हुए ऑनलाईन परीक्षाओं में केयू की ओर से लाखों विद्यार्थियों की परीक्षा लेने के लिए सुदृढ़ सिस्टम को नकल रोकने के लिए अपनाया जाएगा ताकि इन परीक्षाओं के दौरान विद्यार्थी अपने घर बैठकर भी नकल न कर सकें। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन परीक्षाओं को बेहतर तरीके से लेने की योजना बनाई गई है जिसके लिए एक सॉफ्टवेयर एजेंसी को टैंडर दिया गया है जोकि परीक्षार्थियों पर अपनी नजर रखेगा।
इसके साथ ही आंसरशीट के पहले पेज पर स्टूडेंटस से जुड़ी जानकारी की गोपनीयता बनाए रखने के लिए केयू ने इस बार नया बार-कोड सिस्टम लागू किया है। केयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह ने बताया कि इन वार्षिक परीक्षाओं को लेकर सभी जानकारी केयू की वेबसाइट www.kuk.ac.inपर अपलोड कर दी गई है।
विद्यार्थियों को किसी तरह की परेशानी होने पर हेल्पलाइन ई-मेल rollnoenquiry@kuk.ac.in व नंबर 70821-13076, 70821-13164-70821-13073 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। 22 जुलाई से शुरू होने वाली अंतिम वर्ष की परीक्षाओं में इस बार इम्प्रूवमैंट व एडिशनल के विद्यार्थी भी अपीयर होंगे। इसके अतिरिक्त वे विद्यार्थी भी योग्य हैं जिन्होंने पिछले वर्ष अप्रैल/मई 2020 सत्र की परीक्षा के लिए आवेदन किया था लेकिन ये परीक्षाएं नहीं ली गई।