ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी देशभर के श्रद्धालुओं को देंगे आशीर्वाद
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हरवर्ष की भांति इस वर्ष भी देशभर में स्थित श्री जयराम संस्थाओं में गुरु पूर्णिमा महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। कुरुक्षेत्र में जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते करीब डेढ़ साल से जयराम संस्थाओं में सर्वकल्याण एवं विश्व शांति की कामना से निरंतर अनुष्ठान एवं पूजन चल रहे हैं। ऐसे में देश विदेश से जयराम संस्थाओं के श्रद्धालुओं का एकत्रित होना तथा आना सम्भव नहीं हुआ।
24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर श्री जयराम अन्नक्षेत्र ट्रस्ट ऋषिकेश से परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी गुरु परम्परा के अनुसार सभी सेवकों एवं श्रद्धालुओं को मानव सेवा एवं सर्वकल्याण का संदेश देंगे। उल्लेखनीय है कि देश के विभिन्न राज्यों में संचालित जयराम संस्थाएं आध्यात्म, शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति एवं संस्कृत संरक्षण, गौ सेवा इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही हैं। प्रवक्ता ने बताया कि गुरु पूर्णिमा पर परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी ब्रह्मचारी द्वारा सर्वप्रथम पहले आदि गुरु जयराम व अन्य गुरुओं सहित ब्रह्मलीन पूज्य प्रात: स्मरणीय देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी के चरणों में नमन करते हुए परम्परास्वरूप गुरु पूजन किया जाएगा।
इस के उपरांत ब्रह्मचारी एवं अन्य संत महापुरुषों के सान्निध्य में श्री सत्यनारायण कथा, गुरु पूजन, आशीर्वचन एवं भंडारों का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि इस बार गुरु पूर्णिमा पर दीक्षा का सर्व श्रेष्ठ योग भी बना हुआ है। ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के अनुसार गुरु पूर्णिमा पर गुरु का पूजन करने की परंपरा है। महर्षि वेद व्सास की जयंती पर इस पर्व को मनाया जाता है। ब्रह्मचारी के अनुसार चारों वेदों, 18 पुराणों, महाभारत के रचयिता और कई अन्य ग्रंथों के रचनाकार का श्रेय महर्षि वेद व्यास को दिया जाता है। वेदों का विभाजन करने के कारण इनका नाम वेद व्यास पड़ा। उन्होंने बताया कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुओं की पूजा और उनका सम्मान करते हुए उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।