बरसाती पानी की निकासी में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई:नायब सिंह
सड़कों के निर्माण कार्यों के लिए रिपोर्ट में लारवाही बरतने वाले नप अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के दिए आदेश
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि थानेसर शहर में बरसाती पानी की निकासी ना होने के कारण नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस शहर से पानी निकासी को लेकर पहले से प्रबंध किए जाने थे। लेकिन पानी निकासी ना होने के कारण अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए गए है। इतना ही नहीं शहर की सडक़ों के निर्माण कार्यों को लेकर गलत रिपोर्ट भेजने वाले अधिकारी के खिलाफ भी उपायुक्त मुकुल कुमार को कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
सांसद नायब सिंह सैनी शुक्रवार को देर सायं लघु सचिवालय के सभागार में अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले सांसद नायब सिंह सैनी और विधायक सुभाष सुधा ने अधिकारियों के समक्ष शहर में पानी निकासी ना होने, सफाई के टेंडरों में बरती जा रही देरी तथा शहर की सडक़ों की खस्ता हालत और टेंडरों के बारे में खुलकर बात रखी और कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसके कारण जनप्रतिनिधियों और सरकार को जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। सांसद ने शहर की सफाई व्यवस्था का खुद अवलोकन करने की बात को अधिकारियों के समक्ष रखते हुए कहा कि नगर परिषद के आसपास के क्षेत्र में भी पानी सडक़ों पर बह रहा है और शहर के सभी नाले और नालियां बंद नजर आती है। जिसके कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। सांसद ने उपायुक्त को निर्देश दिए कि जिस-जिस विभाग के अधिकारी ने समय रहते नाले-नालियों की सफाई नहीं की, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए और जो भी अधिकारी दोषी पाया गया उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने नगर परिषद के अधिकारियों को सख्त आदेश दिए कि आगामी 10-15 दिनों के अंदर शहर की सफाई व्यवस्था और पानी निकासी के तमाम प्रबंध पूरे किए जाएं। अगर किसी भी स्तर पर लापरवाही या कमी पाई गई तो अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी और आगामी कार्रवाई के लिए सरकार को लिखा जाएगा। सांसद ने लोक निर्माण विभाग और नगर परिषद के अधिकारियों से सडक़ों की रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए कहा कि शहर की सडक़ों की हालत काफी खस्ता हो चुकी है।
इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेवारी तय की जाएगी। हालांकि शहर की 18 सडक़ों के लिए करीब 12.50 करोड़ का बजट सरकार की तरफ से पारित किया जाना है। इस दौरान डीएमसी भारत भूषण गोगिया द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट पर सांसद ने संज्ञान लिया कि जिन भी अधिकारियों ने सडक़ के निर्माण कार्य को लेकर गलत रिपोर्ट तैयार की है, उन अधिकारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
सांसद ने उपायुक्त मुकुल कुमार को सरकार को सडक़ों से सम्बन्धित गलत रिपोर्ट भेजने वाले नप अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। इतना ही नहीं सांसद ने पिपली से थर्ड गेट तक सडक़ निर्माण कार्य को लेकर संज्ञान लिया और इस सडक़ पर जगह-जगह पानी एकत्रित होने पर उपायुक्त को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यहां पर विधायक सुभाष सुधा ने सडक़ों की रिपोर्ट पर बोलते हुए कहा कि खासे प्रयासों के बाद शहर की 18 सडक़ों के लिए करीब 12.50 करोड़ रुपए की प्रशासनिक अनुमति दिलवाई, अब बजट की अनुमति के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बातचीत की गई है और यह फाईल मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के पास पहुंची है और यहां से इस फाईल को शीघ्र ही बजट की अनुमति मिल जाएगी और सडक़ों का निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा।