न्यूज डेक्स पंजाब
चंडीगढ़। मानसून की ठंडी फुहारों के बीच पंजाब कांग्रेस में सरगर्मियां लगातार बढ़ रही हैं। कांग्रेस के पुराने कैप्टन के सामने नए कैप्टन सरदार नवजोत सिंह सिद्धू की हुंकार ज्यादा असरदार दिख रही है। हालांकि पार्टी के पुराने दिग्गज नेता अभी कैप्टन खेमे के नजदीकी रखे हुए हैं और सिद्धू की नियुक्ति पर खामोशी साधकर ज्यादा कुछ बोलने की बजाए तटस्थ दिख रहे हैं। पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बहरहाल अलग थलग से दिखाई दे रहे हैं।
बुधवार सुबह कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अमृतसर में होली सिटी स्थित अपने आवास पर विधायकों के साथ बैठक कर राज्य की राजनीति पर चर्चा की। सिद्धू का दावा रहा कि दो बसों में सवार होकर उनके आवास पर पहुंचे विधायकों की संख्या 70 है। दूसरी ओर, सिद्धू के आवास से मिली खबर के अनुसार इस मीटिंग में 4 कैबिनेट मंत्रियों- सुखजिंदर सिंह रंधावा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुख सरकारिया और चरणजीत सिंह चन्नी के अलावा 45 विधायक मौजूद रहे। इस तरह सिद्धू की शक्ति प्रदर्शन वाली इस मीटिंग में जुटे विधायक दल की संख्या 50 के भीतर रही है।
सिद्धू आलाकमान तक यह संदेश देने में सफल होते दिख रहे हैं कि पंजाब कांग्रेस का पुराने नेता और वर्कर उनके साथ खड़े हैं। इसके लिए नवजोत सिंह सिद्धू पूरी मश्क्कत कर रहे हैं। उनके लहजे में भी थोड़ा फर्क दिख रहा है। शायद इसलिए कि पहली बार उन्हें प्रमुखता से सीधी कमान हाथ में आई है,मगर बहुत सारी चुनौतियों के साथ। इस बात को मझे हुए खिलाड़ी और सियासी सोच दोनों के गठजोड़ के साथ वह आगे बढ़ रहे है।