न्यूज डेक्स संवाददाता
पानीपत। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि परिवान पहचान पत्र के कार्य में पानीपत जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर चल रहा है। इसी कड़ी में उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे परिवार पहचान पत्र, जाति सत्यापन के कार्यों को करने में तेजी लाएं ताकि यह कार्य जल्द से जल्द सम्पूर्ण हो सके व सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत सूक्ष्म सिंचाई के प्रति किसानों को जागरूक करने का कार्य करें, ताकि गिरते भू-जलस्तर को रोकने के लिए व किसानों को कम पानी से पकने वाली फसलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सूक्ष्म सिंचाई प्रोजेक्ट लगाने के लिए किसानों को 85 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है।
इस योजना के तहत किसानों को माइक्रो इरिगेशन प्रोजेक्ट लगाते समय अपने पास से केवल 15 फीसदी ही पैसा लगाना पड़ता है। माइक्रो इरिगेशन विधि के माध्यम से किसान फव्वारा, ड्रीप, छिड़काव आदि के माध्यम से अपनी फसल या भूमि की सिंचाई कर सकते हैं। इससे जल व समय की बचत की जा सकती है। जिला उपायुक्त सुशील सारवान ने बैठक के उपरांत जानकारी देते हुए बताया कि जिला में 15702 ऐसे परिवार हैं, जिनकी वार्षिक आय एक लाख अस्सी हजार रूपये से कम है। जिला में परिवार पहचान पत्र योजना के तहत लगभग 85 प्रतिशत कार्य को पूर्ण कर लिया गया है। यह कार्य तेजी से किया जा रहा है।
जल्द ही इस कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा,ताकि मुख्यमंत्री परिवार उत्थान अंत्योदया योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को फायदा मिल सके। इस दौरान उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि माइक्रो इरिगेशन योजना के प्रति किसानों को जागरूक करने का काम ज्यादा से ज्यादा किया जाए ताकि किसानों की आय में इजाफा हो और उनको सिंचाई करने में अच्छी सुविधा मिल सके। इस मौके पर एसडीएम धीरज चहल, सीईओ जिला परिषद विवेक चौधरी, सीटीएम रविन्द्र मलिक, कार्यकारी अभियंता सिंचाई विभाग सुरेश सैनी व अन्य संबंधित अधिकारी मौजदू थे।