देश व प्रदेशवासियों से कम से कम एक पौधा लगाने व उसकी देखभाल की जिम्मेदारी लेने की, की अपील-गुप्ता
संत विवेकानंद मिलेनियम स्कूल की विकासात्मक गतिविधियों के लिये अपने स्वैच्छिक कोष से 2.50 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा- गुप्ता
न्यूज डेक्स संवाददाता
पंचकूला।हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि हरियाणा सरकार की राज्य में आक्सीवन स्थापित करने की अवधारणा के तहत पंचकूला राज्य का पहला जिला है जहां सबसे बड़ा आक्सीवन 100 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में आक्सीवन स्थापित किये जाने है,ताकि प्रदेश में प्राकृतिक आक्सीजन की कमी ना रहे। गुप्ता आज एच.एम.टी. परिसर पिंजौर में स्थित संत विवेकानंद मिलेनियम स्कूल में आयोजित 72वें जिला स्तरीय वन महोत्सव में मुख्यातिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे।उनके साथ उपायुक्त विनय प्रताप सिंह भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 72वें वन महोत्सव के अवसर पर चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने वन महोत्सव पर जिलावासियों व प्रदेशवासियों को बधाई दी और अपील की कि वह अधिक से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपना योगदान दें। इससे पूर्व ज्ञानचंद गुप्ता ने स्कूल परिसर में विधिवत पौधारोपण किया और स्कूल की विकासात्मक गतिविधियों के लिये अपने स्वैच्छिक कोष से 2.50 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की।
गुप्ता ने कहा कि पंचकूला में स्थापित किये जा रहे आक्सीवन की शुरूआत स्वयं उन्होंने अपने कर कमलों से की थी। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे आक्सीवन के कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह अधिकारियों का दायित्व है कि वे इस कार्य को शीघ्र से शीघ्र पूरा करवायें ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि कोरोना कम हुआ है पर अभी समाप्त नहीं हुआ है।
कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिये आक्सीजन की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आक्सीवन की कल्पना की गई है, ताकि प्रदेश में आक्सीजन की कमी ना रहे। वन महोत्सव के अवसर पर जिलावासियों व प्रदेशवासियों को शुभकामनायें देते हुये गुप्ता ने कहा कि जलवायु व वातावरण को शुद्ध रखने के लिये वृक्षो का बड़ा महत्व है। हमारे वेदों व ऋषि मुनियों के अनुसार वृ़क्षों को देवता माना गया है और हम वृक्षों की पूजा सदियों से करते आ रहे है। उन्होंने कहा कि वृक्ष प्राण देवता है क्योंकि ये हमें आक्सीजन देते है। पौधारोपण के बाद पौधो की देखभाल पर विशेष बल देते हुये गुप्ता ने कहा कि वृक्षारोपण के बिना जीवन को सुगम नहीं बनाया जा सकता।
उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय वन महोत्सव आज राज्य के हर जिले में आयोजित किये जा रहे है ताकि लोगों को वृक्षारोपण के महत्व के बारे में जागरूक कर उन्हें अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिये प्रेरित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सभी जिलों में लोगों को सबोधित किया है, जिसका राज्य में पौधारोपण बढ़ाने में निश्चित तौर पर लाभ होगा। इस अवसर पर गुप्ता ने देश व प्रदेशवासियों से अपील करते हुये कहा कि वे कम से कम एक पेड़ जरूर लगाये और पेड़ लगाने के साथ साथ उसकी देखभाल की जिम्मेवारी भी लें। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से आने वाले समय में आक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी।
गुप्ता ने स्कूल द्वारा वन महोत्सव पर आधारित चित्रकला व प्रश्नोतरी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को नकद पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर बोलते हुये उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओ के तहत जिला में पौधारोपण को लेकर इस वर्ष के लिये लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के तहत 40 से 45 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और बाकि बचे कार्य को अगस्त माह में पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि वृक्ष लगाने के बाद उसकी देखभाल भी बहुत जरूरी है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे वृक्षारोपण को जन आन्दोलन के रूप में लें और जो भी पौधा लगाये, उसे संभालने की जिम्मेदारी भी लें।
इससे पूर्व जिला वन अधिकारी, पिंजौर वन मंडल बीएस राघव ने बताया कि जिला में इस वर्ष 20 लाख पौधे वन क्षेत्र में लगाने का लक्ष्य रखा गया हैं। इसके अलावा सरंपच व गांववासियों की सहायता से 5 लाख पौधे पंचायती जमीन पर लगाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के माध्यम से 55 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया हैं। इसके साथ साथ वृक्षारोपण में आम लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये 2.50 लाख पौधे वितरित किये जायेंगे। इस अवसर पर एसडीएम कालका राकेश संधु, जिला उपाध्यक्ष उमेश सूद, सीआरपीएफ के कमांडेंट जितेंद्र मोहन, संत विवेकानंद मिलेनियम स्कूल के प्रिंसीपल पियूष पूंज सहित स्कूल के अध्यापक व विद्यार्थी उपस्थित थे।