नालों की सफाई के नाम पर किया गया पैसे का दुरुपयोग
दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की अरोड़ा ने
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि कुरुक्षेत्र में बाढ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इसके कारण लोगों के घरों और दुकानों में पानी भरने के लिए नगर परिषद थानेसर व जिला प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेवार है। उन्होने कहा कि समय रहते न तो नालों की सफाई की गई और न ही सरस्वती नदी को साफ किया गया। इस कारण लोगों का भारी नुकसान हो रहा है। अरोड़ा ने कहा कि अपने काम में लापरवाही बरतने वाले दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कडी कार्रवाई की जानी चाहिए।
पूर्व मंत्री अरोड़ा ने आरोप लगाया कि रेलवे रोड और पिपली से थर्ड गेट तक सड़क का लेवल ऊंचा किए जाने के कारण आस-पास की कालोनियों में की गई जल निकासी के नाले बंद हो गए। इस कारण से इन आवासीय क्षेत्रों में लोगों के घरों में भी पानी घुस गया। सिवरेज के नालों में बैक मारने के कारण आवासीय क्षेत्रों में घरों और दुकानों में बदबूदार पानी चला गया है। सड़कों का निर्माण करते समय लापरवाही बरती गई। ऐसे दोषी अधिकारियों के खिलाफ भी सरकार को कडी कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी में नाव चलाने और पर्यटन क्षेत्र बनाने के खोखले दावे मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए किए जा रहे हैं जबकि असलियत यह है कि सरस्वती की सफाई तक नही की गई। इस कारण से भी आस पास के इलाकों में लोगों के घरों में पानी चला गया है। उन्होने कहा कि सत्तारूढ दल के नेता बाढ के हालात पैदा होने पर लोगों की सहायता करने के नाम पर नोटंकी कर रहे हैं ताकि मीडिया की सुर्खियों में बने रहें।
उन्होंने कहा कि नगर परिषद व प्रशासन को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए कि बरसात के मौसत से पहले नालों और सिवरेज की सफाई पर कितना पैसा खर्च किया गया। उन द्वारा बार-बार सचेत किए जाने के बावजूद भी नालों की सफाई नही की गई और जनता का पैसा जिन लोगों ने डकारा है उनको बेनकाब किया जाना जरूरी है। थानेसर से चार बार विधायक रह चुके अशोक अरोड़ा ने कहा कि जोगी बस्ती में तो जहां गरीब लोग रहते हैं वहां खाने का सामान तक घर में पानी घुस आने के कारण खराब हो गया है।
इसी प्रकार महाराणा प्रताप चौक पर लोगों के किचन और कमरो में पानी घुस आया है। यही हालात राजेंद्र कालोनी व अंबेडकर चौक मार्किट कई सैक्टरों के बने हुए हैं। सरकार द्वारा कुरुक्षेत्र में विकास के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। उन्होने तंज कसते हुए कहा कि आज कुरुक्षेत्र में विकास की गंगा बह रही है। समय रहते जनता की सुध नही ली गई अब राहत के नाम ड्रामेबाजी की जा रही है।