नायब तहसीलदार पहुंचे पंप हाउस, 24 घंटे तक पंप चलाने के दिए आदेश
न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।पौली गांव में मंगलवार रात को बरसात आफत बनकर बरसी। बरसात ज्यादा होने से लगभग 1500 एकड़ फसल जलमग्न हो गई। जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें छा गई। बरसात ज्यादा होने के कारण खेतों में तीन से चार फीट तक पानी भर गया। किसान आनंद, जगबीर सिंह, दलबीर, राजेश ने बताया कि प्रशासन की बाढ़ को लेकर तैयारियां अधूरी होने के कारण उन्हें हर वर्ष लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। निकासी के लिए विभाग द्वारा बिजली की भी व्यवस्था ठीक ढंग से नहीं की गई है। बुधवार को सूचना पाकर जुलाना के नायब तहसीलदार प्रतीक मौके पर पहुंचे और पंप को 24 घंटे चलाने के आदेश दिए।
नायब तहसीदार ने बताया कि पौली गांव में पंप हाउस का निरीक्षण किया गया है। बिजली सप्लाई में फाल्ट आने के बाद उसे कर्मचारियों ने ठीक कर दिया है। पंप हाउस की चार मोटरों को चलवा दिया गया है। जब तक पानी नहीं निकलता, तब तक 24 घंटे पानी निकासी के लिए पंप चलाए जाएंगे।ड्रेन बनी किसानों के लिए आफत-पौली लजवाना कलां ड्रेन में आठ गांवों के खेतों से बरसाती पानी आता है। लेवल सही नहीं होने के कारण पौली गांव में ड्रेन ओवरफ्लो हो जाती है, जिससे हजारों एकड़ फसल हर वर्ष जलमग्न हो जाती है। हालांकि हर वर्ष ड्रेन को प्रशासन द्वारा बरसात के मौसम से पहले सफाई भी करवाई जाती है। लेकिन उसके बाद भी ड्रेन ओवरफ्लो हो जाती है।
किसानों की मांग है कि ड्रेन का लेवल ठीक किया जाए। पौली गांव के लाइन पार भी सैकड़ों एकड़ फसल बरसात के कारण जलमग्न हो गई। निकासी ना होने के कारण खेतों में 5 फीट तक पानी भर गया।-16 लाख की लागत से लगाया गया जनरेटर नहीं हो पाया चालू-पौली पंप हाउस पर 16 लाख रुपये की लागत से लगाया गया जनरेटर भी 10 दिन बाद भी चालू नहीं हो पाया है। 14 जुलाई को एक जनरेटर लाते समय गाड़ी में अचानक आग लग गई थी। जिससे गाड़ी में रखा जनरेटर भी जलकर राख हो गया था। उसकी जगह दूसरा जनरेटर भी मंगवाया गया है। लेकिन वो भी 10 दिन बीत जाने के बावजूद चल नहीं पाया है। अगर बिजली ना आए, तो जनरेटर काम कर सकता है।