स्टेट बार कौंसिल के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी ने इस घटना को ज्यूडिशियल सिस्टम के लिए खतरा बताया
सीसीटीवी फुटेज में सुनसान सड़क पर सुबह रनिंग करते दिखाई दे रहे हैं जज उत्तम कुमार आनंद
दूसरी लेन से आटो रिक्शा उनके नजदीक आता दिखाई दे रहा है,इसके बाद जज सड़क किनारे गिरे हुए दिखाई देते हैं
घटनाक्रम में शामिल आटो रिक्शा को पुलिस ने कब्जे लेकर जांच की तो पता चला दो दिन से चोरी था,रपट भी दर्ज
न्यूज डेक्स झारखंड
धनबाद। झाखखंड के धनबाद में एक जज की हत्या की सीबीआई से जांच की मांग परिवार वाले कर रहे हैं। जज उत्तम कुमार आनंद सुबह की सैर के लिए 28 जुलाई को निकले थे। इस दौरान सुबह की सैर पर निकले जज उत्तम कुमार पाठक लहूलुहान होकर सड़क पर जख्मी पाए गए थे। वे काफी देर तक जख्मी हालात में सड़क किनारे पड़े रहे। कुछ देर बाद घायलावस्था में जज को अस्पताल पहुंचाया गया था,लेकिन वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पहले समझा जा रहा था कि यह मामला सड़क हादसे से जुड़ा है,मगर जब सीसीटीवी फुटेज से जो खुलासा हुआ उससे देश की सर्वोच्च अदालत और दिल्ली सुप्रीम कोर्ट बार कौंसिल और झारखंड हाईकोर्ट ने कड़ा संज्ञान लिया है।
स्टेट बार कौंसिल के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी ने इस घटना को ज्यूडिशियल सिस्टम के लिए खतरा बताया। उन्होंने अब तक की जांच के दौरान जो सीटीवी फुटेज सामने आई है,उसमें साफ दिख रहा है कि यह मामला हत्या का है। इस सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि सुबह की सैर पर निकले अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम कुमार आनंद की ओर पीछे से एक आटो रिक्शा आता है और जख्मी करके सड़क किनारे गिरा कर निकल जाता है। इस घटनाक्रम में मौत का शिकार हुए जज की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके सिर पर गंभीर चोट का भी पता चला है,जबकि सीसीटीवी फुटेज में जिस तरह से जज गिरते हुए दिखा दे रहे हैं,उसमें सिर में चोट का सवाल नहीं उठता। बताया गया है कि आटो रिक्शा में दो लोग सवार थे और जज के सिर चोट मार गई और योजनाबद्ध तरीके से हत्या कर यह लोग निकल गए।
बताते हैं कि जज उत्तम कुमार आनंद छह माह पहले ही बोकारो से धनबाद ट्रांसफर होकर आए थे। धनबाद जिला के अतिरिक्त एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम कुमार आनंद की अदालत में कई संगीन मामने विचाराधीन थे। इनमें एक कुख्यात गैंगस्टर की जमानत अर्जी भी उन्होंने पिछले दिनों रद की थी।हत्या की सुबह करीब पांच बजे जज सुबह की सैर पर निकले थे,उसी दौरान सुनसान सड़क पर घटनाक्रम होना इस बात को सिद्ध करता है कि उनकी पहले से रेकी हो रही थी। सुबह जज को अकेला सैर के समय उनकी हत्या को अंजाम देना गहरी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। आईजी आपरेशन अमोल विनुकांत होमकर ने मीडिया से बातचीत में बताया है कि आटो रिक्शा और इस मामले में धनबाद वासी दो लोगों को हिरासत में लिया है।
जिन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है,उनके नाम लखनपाल वर्मा और राहुल वर्मा हैं। बड़े षड्यंत्र की गवाही देने वाला एक तथ्य यह भी सामने आया है कि जिस आटो रिक्शा को पुलिस ने घटनाक्रम में शामिल पाया,जब उसकी जांच पड़ताल और मालिक की तलाश शुरु हुई तो पुलिस को पता लगा कि इस आटो रिक्शा का मालिक रामदेव लोहार नाम का कोई व्यक्ति है। उसने पुलिस को बताया है कि दो दिन पहले उसका आटो रिक्शा चोरी हो गया था,जिसकी रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई हुई है। इसी आटो रिक्शा से संबंधित एक जानकारी यह भी सामने आ रही है कि आटो रिक्शा चालक की पत्नी की कुछ दिन पहले 80 हजार की लाटरी लगी थी।