न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।सर्व जातीय सर्व खाप कंडेला के प्रेस प्रवक्ता जगतसिंह रेढू ने खाप के पूर्व प्रधान टेकराम कंडेला के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि इससे तो सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।पूर्व प्रधान टेकराम का यह कहना कि हरियाणा सरकार का विकास का नारा खोखला व झूठा साबित हो रहा है। हर राजनीतिक दल ने जींद को राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल किया है। चौटाला व हुड्डा ने जींद की अनदेखी की तो उन्हें मुहं की खानी पड़ी, यदि भाजपा भी अनदेखी करेगी तो उसका भी वही हाल होगा। इसके जवाब में खाप नेता जगत सिंह रेढू ने कहा कि कंडेला खाप के हित राजनीतिक दलों की चौखट पर रखने वाले टेकराम ही अग्रणी व्यक्तियों में से एक है।
इनके राजनीतिक स्वार्थ और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के चलते खाप के विभिन्न गांव में समस्याएं मोह बाय खड़ी है। आरोप लगाया कि इस व्यक्ति ने कभी भी किसानों का साथ नहीं दिया। अभी हाल ही में भाजपा का एजेंट बनकर किसान आंदोलन में घुसने की कोशिश की। यहीं चौटाला के शासन में किसानों पर हुए गोलीकांड पर पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के साथ खड़े रहे। रेढू के साथ खाप के प्रधान महासचिव राज सिंह कंडेला भी थे।खाप नेता रेढू ने कहा कि खाप का रौब दिखाकर पिछले दिनों भाजपा सरकार से चेयरमैन का पद हासिल कर लिया। खाप प्रधानी केवल अपनी महत्वकांक्षा से आगे नहीं बढ़ने दी।
आरोप लगाया कि कंडेला खाप को एक नहीं तीन-तीन हिस्सों बांटने का काम कर खाप की गरिमा को ठेस पहुंचाई गई है। वर्ष 2016 में कंडेला से माजरा खाप अलग हो गई थी। उसके बाद यदि टेकराम चाहते तो खाप के आगे टुकड़े न होते। खाप के प्रधान पद से लोगों द्वारा इस्तीफा मांग लिए जाने के बाद मार्च में ओमप्रकाश कंडेला को जब प्रधान बनाया गया था, उस समय नदारद रहे। चंद कुछ लोगों को लेकर समानांतर कार्यकारिणी घोषित करवाने लगे। टेकराम चाहते तो खाप में इस तरह का माहौल पैदा नहीं होता। एक मंच पर आकर खाप के लोगों का सम्मान रख सकते थे।रेढू ने कहा कि इस तरह की चालाकियां ज्यादा दिन नहीं चला करती, खाप के लोग अब समझ चुके हैं।