प्रेरणा के बुजुर्गों से आत्मीयता से मिले तो बुजुर्ग हुए द्रवित बोले जैसे उनका बच्चा उनके बीच आया
समाज में ऐसा कुछ किया जाए कि बच्चे अपने माँ बाप के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें : सीजेएम दुष्यंत चौधरी
चौधरी ने जो भ्रूण हत्या पर मार्मिक रचना सुनाई उससे सभी का हृदय द्रवित हो उठा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। नगर के विख्यात प्रेरणा वृद्धाश्रम में कुरुक्षेत्र के जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम दुष्यंत चौधरी पहुंचे। जिनका प्रेरणा के संस्थापक जय भगवान सिंगला व अन्य पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। सीजेएम दुष्यंत चौधरी ने सबसे पहले आश्रम में स्थित शहीदी स्मारक पर देश के शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस के उपरांत जय भगवान सिंगला व प्रेरणा संस्था की अध्यक्षा रेणु खुंगर ने उन्हें प्रेरणा के शहीदी संग्रहालय व पूरे वृद्धाश्रम का अवलोकन करवाया। इस के साथ जब चौधरी बुजुर्गों के बीच पहुंचे तो ऐसा लगता था कि पूरा वातावरण एक परिवार का बन गया है। परिवार के सदस्यों की भांति बुजुर्गों एवं सीजेएम दुष्यंत चौधरी ने दिल की बातें सांझा की।
चौधरी ने बुजुर्गों के बीच अपनी रचनाएं भी सुनाई। जिसकी सबने दिल से प्रशंसा की। सीजेएम दुष्यंत चौधरी ने कहाकि वे संचालकों के आमंत्रण पर यहां आए तो उन्हें यहां आकर बहुत ही अच्छा लगा। यहां सकारात्मक तरंगे महसूस हुई। प्रेरणा वृद्धाश्रम के संचालक बहुत बेहतर तरीके से बुजुर्गों का ध्यान रख रहे हैं। उन्होंने कहाकि प्रेरणा में बुजुर्गों को संचालकों द्वारा बिलकुल माँ बाप की तरह रखा हुआ है। यहां आ कर दिल से आवाज उठी और ऐसी भावना आई कि समाज में ऐसा कुछ किया जाए कि बच्चे अपने माँ बाप के प्रति अपनी जिम्मेवारी को समझें। यहां एक अच्छा माहौल देखने को मिला तथा कोई भी बुजुर्ग उदास नजर नहीं आया। सभी प्रसन्न नजर आए। बुजुर्गों ने भी अपने दिल की बातें सांझा की। चौधरी ने संचालकों को शुभकामनाएं दी कि वे बुजुर्गों की सेवा करते रहें। साथ ही आश्वासन दिया कि एक अधिकारी के तौर पर नहीं बल्कि एक आम नागरिक व बुजुर्गों के बच्चे के तौर पर आश्रम में आऊंगा।
प्रेरणा के संस्थापक जय भगवान सिंगला ने कहा कि प्रेरणा बुजुर्गों के लिए आज का दिन विशेष है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम दुष्यंत चौधरी उनके बीच पहुंचे। प्रेरणा के बुजुर्गों से आत्मीयता से मिले तथा कविताएं भी सुनाई। सिंगला ने कहाकि ऐसा लगता था कि सीजेएम दुष्यंत चौधरी उनके परिवार के सदस्य हैं। बुजुर्ग भी उनको एक अधिकारी के तौर पर नहीं परिवार के सदस्य की भांति मिले। उन्होंने कहाकि दुष्यंत चौधरी की भांति अन्य अधिकारी भी प्रेरणा वृद्धाश्रम में आएंगे तो बुजुर्गों की शांति के साथ मन में भी संतोष होगा। सिंगला ने भविष्य में भी सीजेएम दुष्यंत चौधरी से प्रेरणा में आने का अनुरोध किया। ऐसे में उन्हें चौधरी की सुंदर रचनाएं सुनकर काफी कुछ नया सीखने को मिलेगा।
प्रेरणा संस्था की अध्यक्षा रेणु खुंगर ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने सीजेएम दुष्यंत चौधरी को प्रेरणा वृद्धाश्रम में आने के लिए आमंत्रित किया था। आज जब वे बुजुर्गों से मिले तो उन्हें भी बहुत अच्छा लगा। बुजुर्गों को भी दुष्यंत चौधरी से मिलकर बहुत अच्छा लगा कि जैसे उनका बच्चा उनके बीच आकर प्रेम से मिला है। रेणु खुंगर ने बताया कि चौधरी ने जो भ्रूण हत्या पर मार्मिक रचना सुनाई उससे सभी का हृदय द्रवित हो उठा। इस मौके पर बुजुर्गों ने भी हास्य व्यंग्य सुनाए। वृद्धाश्रम के एक बुजुर्ग प्रभाकर राठी ने भावुक हो कर कहाकि सीजेएम दुष्यंत चौधरी को अपने बीच आकर ऐसा लगा कि जैसे उनके बच्चे या घर के बगीचे के पौधे आए हैं। बुजुर्ग ने चौधरी के साथ बिताये समय से भाव विभोर होकर कहाकि ऐसा सुख और आनंद तो उन्हें अपने घर में भी नहीं मिला। चौधरी भी दिल की बात करते हुए ऐसा महसूस कर रहे थे कि जैसे वे अपने दादा दादी से बात कर रहे हैं। बुजुर्गों की तमन्ना है कि चौधरी बार बार ऐसे माहौल में प्रेरणा वृद्धाश्रम में आएं।