संस्थाओं के सहयोग से कैथल, यमुनागर व कुरुक्षेत्र में सरस्वती चैनल के तटों पर किया जा रहा है पौधारोपण
अब तक लगाए जा चुके है करीब 6 हजार पौधे, पौधारोपण का यह अभियान अभी भी निरंतर रहेगा जारी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि हरियाली के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। जहां हरियाली नहीं है, वहां सूखे और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के लोगों को जूझना पड़ रहा है। यदि एक व्यक्ति एक पेड़ लगाकर उसकी देखभाल का संकल्प ले तो हर साल करोडों पेड़ लगाकर धरती को हरा भरा किया जा सकता है। उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच शनिवार को सरस्वती चैनल के तट पर पौधारोपण करने के पश्चात बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नीर संस्था सहित अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर यमुनानगर, कुरुक्षेत्र व कैथल मे सरस्वती चैनल के किनारे पर लगभग 6 हजार पौधे लगाए है यह पौधे पिछले तीन दिन मे लगाए है। यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा।
इससे सरस्वती के तट पर हरा-भरा नजर आएगा और पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर रखने में भी मदद मिलेगी। सरकार का प्रयास है कि सरस्वती चैनल के साथ-साथ उसके आसपास के क्षेत्र को भी पर्यटन की दृष्टी से विकसित किया जाए। इसी कड़ी में सरस्वती के तटों को हरा-भरा करने के लिए यह पौधारोपण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पेड़ गर्मी को सोखकर तापमान को सामान्य बनाते है। एक बरगद का पुराना पेड़ हजारों लोगों को आक्सीजन देने की क्षमता रखता है। जहां हरियाली होती है, वहां खुशहाली होती है। इसलिए अपनी आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ और स्वस्थ माहौल देने के लिए सभी को पेड़ लगाने व उन्हें बचाने का काम करना चाहिए। आज हम खनिज पदार्थो का अधिक से अधिक दोहन करके पृथ्वी के गर्भ को खाली कर रहे है। औद्योगिकरण व शहरीकरण के पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
हवा में कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा बहुत बढ़ रही है। ग्लोबल वार्मिंग की वजह से आज हर साल पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है। जलवायु परिवर्तन का खतरा बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि नीर ऑर्गेनाइजेशन वर्षों से जल संरक्षण व पर्यावरण के प्रति जागरूकता को लेकर लगी हुई है जिसके लिए हर वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर जागरूकता हेतु बड़े कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है। इस पौधारोपण अभियान के माध्यम से पर्यावरण को बचाने का कार्य किया जाएगा और इससे सरस्वती के तट भी हरा-भरा नजर आएंगे। वैज्ञानिक भी मानते है कि जिस क्षेत्र में हरियाली ज्यादा है उस क्षेत्र में बारिश अधिक होती है और जिन क्षेत्रों में पौधे कम है वहां बारिश कम होती है। इसीलिए वैसे तो हरियाणा प्रदेश हरित प्रदेश है फिर भी जितने ज्यादा से ज्यादा पौधे हम अपने आसपास लगा सकते है, वह लगाने चाहिए।