अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा ने पीएम सहित 12 राज्यों के सीएम को भेजे पत्र का सभा ने किया समर्थन
श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा ने लिया संयुक्त फैसला,महासभा के संघर्ष में देंगे पूर्ण सहयोग
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा ने ऐलान किया है कि भारतवर्ष में आस्था के प्रतीक तीर्थों पर अगर भारतीय परंपरराओं और संस्कृति के संरक्षक पुरोहित समाज का अनादर बर्दाश्त नहीं होगा। कुरुक्षेत्र सन्निहित सरोवर स्थित रेणुका सदन में रविवार को आयोजित कार्यकारिणी की बैठक सभा के प्रधान पंडित पवन शर्मा की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में सभा ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि इस मुद्दे पर संघर्ष में अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के साथ श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा भी शामिल है।
सभा के मुख्य सलाहाकार पंडित जयनारायण शर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति और धरोहर को बचाने में सभी धर्मो,जातियों ने अपने अपने स्तर पर भूमिका निभाई है और ब्राह्मण समाज विशेष कर तीर्थपुरोहित समाज की भूमिका को दरकिनार नहीं किया जा सकता।उन्होंने उत्तराखंड सरकार द्वारा बद्रीनाथ,केदारनाथ सहित अन्य धामों पर तीर्थ पुरोहितों और पंडों को पदच्युत करने के सरकार के फैसले की कड़ी निंदा की।
पंडित जयनारायण शर्मा ने कहा कि समाज में कुछ शक्तियां इस समाज को सम्मान देना तो दूर,इसके विपरीत तीर्थ पुरोहितों के अधिकारों और उनके हकों का निरादर कर रही हैं। इसे सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहितों की देश में अग्रणी संस्था अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक (चतुर्वेदी) ने इस मुद्दे पर कड़ा संज्ञान लेने लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ,उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर सहित 12 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया है,ताकि मंदिरों पर सरकारी स्तर पर कब्जे ना हों और इन स्थलों पर हक हकूकधारियों को वांछित सम्मान से दूर न किया जाए।
पंडित जयनारायण शर्मा ने बैठक में कार्यकारिणी द्वारा अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा को दिए गए समर्थन के आधार पर कहा कि महासभा के साथ कुरुक्षेत्र की श्रीब्राह्मण एवं तीर्थपुरोहित महासभा संगठन शक्ति के साथ इस संघर्ष में आर्थिक सहयोग भी प्रदान करेगी। बैठक में सभा के संरक्षक बालकिशन सिखोले,जलेश शर्मा,यशपाल शर्मा, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, पूर्व प्रधान यशेंद्र शर्मा, श्याम तिवारी,नितिन भारद्वाज लाली,रविप्रकाश शर्मा,विजय अत्री,मनोज कौशिक एडवोकेट,पृथ्वीनाथ गौतम, बृमोहन भार्गव,चंद्रप्रकाश ,राजेश्वर शर्मा,मुकेश जोशी और मनीष वत्स आदि मौजूद रहे।