न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली। आईएनएस तबर वर्तमान में जारी विदेशी तैनाती के हिस्से के रूप में 30 जुलाई 2021 को पोर्ट स्टॉकहोम पंहुचा। लगभग दो दशकों में स्टॉकहोम में भारतीय नौसेना के जहाज की यह पहली यात्रा है। इस पोत का स्वागत स्वीडन में रॉयल स्वीडिश नेवी के उप प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल पेडर ओहल्सन और भारतीय डिफेन्स ऐटशे (डीए) ग्रुप कैप्टन पंकज मित्तल ने किया। इसके बाद, रॉयल स्वीडिश नौसेना के उप प्रमुख ने जहाज का दौरा किया और फिर पोत पर गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया गया।
भारतीय नौसैनिक पोत पर भ्रमण के दौरान उन्हें जहाज की प्रमुख विषेशताओं और कार्यविधियों के बारे में बताया गया। गर्मजोशी भरे स्वागत के दौरान उन्होंने कहा कि, तबर की स्टॉकहोम यात्रा भारतीय नौसेना और रॉयल स्वीडिश नौसेना के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को और मजबूत करेगी। कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) कैप्टन महेश मंगीपुडी ने यात्रा पूरी होने पर उन्हें जहाज का राजचिन्ह भेंट किया।
डिफेन्स ऐटशे के साथ आईएनएस तबर के कमांडिंग ऑफिसर ने स्टॉकहोम के भारतीय दूतावास में स्वीडन और लातविया में भारत के राजदूत श्री तन्मय लाल से मुलाकात की। कमांडिंग ऑफिसर ने राजदूत को जहाज की वर्तमान तैनाती के बारे में जानकारी दी और उन्हें जहाज का राजचिन्ह भेंट में दिया। भारतीय राजदूत ने 31 जुलाई 2021 को जहाज की अपनी यात्रा के दौरान देश के समुद्री हितों की रक्षा, पोर्ट यात्राओं के माध्यम से कूटनीति और जरूरत पड़ने पर एचएडीआर कार्यों को करने में भारतीय नौसेना द्वारा निभाई गई भूमिका के लिए प्रसन्नता व्यक्त की।
सीओ ने रॉयल पैलेस में स्टॉकहोम के कमांडेंट कर्नल थॉमस कार्लसन से भी मुलाकात की। रॉयल गार्ड द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर के साथ ही उनका औपचारिक स्वागत किया गया। कमांडेंट और सीओ ने मौजूदा तैनाती और आपसी हित के अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
आईएनएस तबर द्वारा 30 जुलाई 2021 को सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सीमित मेहमानों के लिए स्वागत समारोह आयोजित किया गया था। स्वीडिश सशस्त्र बलों के संयुक्त अभियान के उप प्रमुख मेजर जनरल जोनास विकमैन इस समारोह के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने स्टॉकहोम में भारतीय नौसेनिक जहाज की यात्रा के बारे में सराहना की और कहा कि, दोनों नौसेनाओं में आम समुद्री चिंताओं का मुकाबला करने में भागीदार होने की काफी संभावनाएं हैं