एक सप्ताह में मामला दर्ज नहीं होने पर किया जाएगा उग्र आंदोलन : अजराना
पहली सिख महापंचायत में बनाई १५ सदस्यीय कमेटी, मिलेगी डीजीपी से
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।
भारतीय किसान यूनियन हरियाणा (मान गु्रप) प्रदेशाध्यक्ष गुणी प्रकाश द्वारा सिखों पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में १५ सदस्यीय अंतिम निर्णय लेगी। यह निर्णय दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा की अगुवाई में हुई हरियाणा की पहली सिख महापंचायत में लिया गया। यह १५ सदस्यीय कमेटी हरियाणा पुलिस महानिदेशक को मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगी। यदि इसके बाद भी गुणी प्रकाश के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो फिर उपरोकत कमेटी के निर्णय अनुसार हरियाणा के साथ-साथ पंजाब व दिल्ली की संगत के सहयोग से आंदोलन छेड़ा जाएगा।
इस मौके पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा,ख्मैंबर सर्वजीत सिंह विर्क, जगदीप सिंह काहलों, हरजीत सिंह पप्पा, दलजीत सिंह सरना, निशान सिंह मान, जसप्रीत सिंह, स्माटी चट्ढा को सिरोपा भेंट कर उनका स्वागत किया गया। पत्रकारों से बातचीत में कवलजीत सिंह अजराना ने बताया कि एक सप्ताह में आरोपी गुणी प्रकाश पर केस दर्ज नहीं किए जाने की सूरत में उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इससे पहले कवलजीत सिंह अजराना द्वारा रखी गई पहली सिख महापंचायत में दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि लाखों कुर्बानियों के बाद सिख कौम को दस्तार मिली है, इसलिए दस्तार का अपमान किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिख कौम मानवत की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहती है और हर धर्म का आदर करती है, मगर कुछ शरारती तत्वों द्वारा सिखों को भडक़ाने के लिए उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है। दिल्ली कमेटी के प्रधान ने कहा कि सिखों को लेकर बोले गए अपशबद गुणीप्रकाश के नहीं, बल्कि सरकार के हैं। सरकार के इशारे पर गुणी प्रकाश यह सब कर रहा है।
उन्होंने कहा कि एक षड्यंत्र के तहत सामाजिक माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसका एक उदाहरण २६ जनवरी २०२१ को दिल्ली में हुआ घटनाक्रम है। इस घटनाक्रम में सरकार ने सिखों की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया, लेकिन सरकार इसमें सफल नहीं हो पाई। अब फिर से ऐसा माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसमें सरकार को मुहंकी खानी पड़ेगी। सिख परिवार हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष कवलजीत सिंह अजराना ने गुणी प्रकाश जैसे तत्वों को चेतावनी देते हुए कहा कि इन मामलों सिख कौम बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा एक सूझवान इंसान हैं और वे जो भी निर्णय करेंगे, उसे माना जाएगा। शिरोमणि अकाली दल महिला विंग हरियाणा की प्रदेशाध्यक्षा बीबी रविंदर कौर ने पहली सिख महापंचायत को ऐतिहासिक पल बताया। उन्होंने कहा कि सिख महापंचायत में एकत्रित हुई संगत ने साबित कर दिया है कि यह सामाजिक मुद्दा है और इसके लिए एकता जरुरी है। मनोज सिंह दुहन ने कहा कि यह सरकार की कुटिल नीति है, जिसे अपनी एकजुटता से मुंहतोड़ जवाब दिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि गुणी प्रकाश द्वारा यह बयान दिया जाना एक कुटिल नीति का ही हिस्सा है, इसलिए हम सब को एक होकर इसके खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी। शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष ने दिल्ली कमेटी के प्रधान का स्वागत करते हुए सभी को इस मामले में एकजुट होने का आह्वान किया। धर्म प्रचार कमेटी के मैंबर तजिंदर सिंह लाडवा ने यह सरकार का षड्यंत्र है, जिसके तहत सिखों को निशाना बनाया जा रहा है। मगर सिख कौम दबने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि सिखों ने हर मोर्चे में सफलता हासिल की है और इस आंदोलन में भी फतेह प्राप्त करेगा।
इस दौरान एसजीपीसी मैंबर जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध, दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के मैंबर सर्वजीत सिंह विर्क, जत्थेदार अमरीक सिंह घरौंडा, हरकेश सिंह मोहड़ी, सुखबीर सिंह मांडी, अमरीक सिंह नत्त, गुरमीत सिंह पूनिया, अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक ज्ञानी तेजपाल सिंह, महिंदर सिंह, तजिंदर सिंह मककड, परविंदर सिंह, विक्रम सिंह, जसपाल सिंह, मलकीत सिंह, जोगा सिंह रोहटी, गुरदीप सिंह भानोखेड़ी, एसजीपीसी सब ऑफिस के एडिशनल सैकेटरी डा. परमजीत सिंह सरोह, प्रभारी परमजीत सिंह दुनियामाजरा, इंटर्नल एडिटर बेअंत सिंह सहित अन्य मौजूद रहे। बता दें कि इस सिख महापंचायत की शुरु गुरबाणी कीर्तन और गुरु इतिहास से हुई, जिसमें ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी के हजूरी रागी भाई मलिंदर सिंह ने कीर्तन किया, जबकि कविशरी भाई भगत सिंह और ढाडी रघुबीर सिंह ने गुरु इतिहास से संगत को जोड़ा।
सिख मिशन हरियाणा के प्रभारी ने रखी यें मांगे
सिख मिशन हरियाणा के प्रभारी ज्ञानी मंगप्रीत सिंह ने सिख महापंचायत के दौरान सरकार के समक्ष अपनी कुछ मांगे रखी। उन्होंने तीनों कृषि कानूनी रद्द करने, हरियाणा में पंजाबी को सही अर्थों में दूसरी भाषा का दर्ज देने और हरियाणा में आनंद कारज मैरिज एकट को लागू करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आंनद कारज मैरिज एकट को लागू कर दिया गया है, लेकिन अभी तक हरियाणा सरकार ने इसे प्रदेश में लागू नहीं किया।
सिख महापंचायत के बाद बनाई १५ सदस्यीय कमेटी
कवलजीत सिंह अजराना ने बताया कि सिख महापंचायत में कमेटी बनाए जाने का निर्णय लिए जाने के बाद समिति का गठन कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस कमेटी में कवलजीत सिंह अजराना की अगुवाई में एसजीपीसी मैंबर जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध, सुखबीर सिंह मांडी, अमरजीत सिंह मोहड़ी, जसबीर सिंह मामूमाजरा, तजिंदरपाल सिंह लाडवा, अमरीक सिंह नत्त, जत्थेदार महिंदर सिंह कुरुक्षेत्र, इंदरजीत सिंह गुराया, जगदीप सिंह औलख, मनोज सिंह दुहन, बीबी अनुराधा भार्गव, मास्टर लखविंदर सिंह फरल, बलविंदर सिंह जंडियाला, सर्वजीत सिंह चट्ठा शामिल हैं।