न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद। गांव खरकगादिया में 22 दिन पहले हेयर सैलून के संचालक अक्षय पर डीजल छिड़कर आग लगाने के प्रयास के मामले में आइजी राकेश कुमार आर्य ने हिसार के डीएसपी हेडक्वार्टर अशोक कुमार के नेतृत्व में एसआइटी का गठन कर दिया है। 18 दिन से आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लघु सचिवालय के बाहर धरना दे रहे स्वजनों ने सोमवार को आत्मदाह करने की धमकी दी थी। धमकी को देखते हुए सुबह ही भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया था और प्रशासनिक अधिकारी लगातार उनके संपर्क में थे। बाद में धरना दे रहे स्वजनों की हिसार रेंज के आइजी राकेश कुमार आर्य से फोन पर बात करके कहा कि उनको जींद जिला की पुलिस पर विश्वास नहीं है, इसलिए इस मामले की जांच दूसरे जिले की पुलिस से करवाई जाए।
स्वजनों की डिमांड पर आइजी ने एसआइटी का गठन कर दिया और उसके बाद आत्मदाह के फैसले को टाल दिया। धरने पर मौजूद अनुसूचित जाति संगठन के प्रतिनिधियों ने कहा कि वारदात के कई दिन बाद भी पुलिस अभी तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं पाई है। इसके चलते रोष बनाया हुआ है। हेयर सैलून संचालक अक्षय ने बताया कि 24 अप्रैल को मरी हुई भेड़ को खरकगादिया के श्मशान घाट में दबाने को लेकर गांव के लोगों से झगड़ा हो गया था। गांव खरकगादिया के सरपंच प्रगट सिंह, रिंदु, रंगू, गींदा, आकाश, हैप्पी सिंह, लवप्रीत, गजन सिंह, जोदा, अजीत व पांच-छह अन्य के खिलाफ जाति सूचक गाली देने व घर का सामान बाहर फेंकने का मामला दर्ज करवाया था। उसके बाद से आरोपी उस पर लगातार समझौते का दबाव बना रहे हैं।