केयू ने यूजी व पीजी परीक्षाओं को लेकर जारी की गाइडलाइन
यूजी प्रथम, द्वितीय व पीजी की वार्षिक परीक्षाएं 10 अगस्त से शुरू
48 घंटे पहले परीक्षार्थी कर सकेंगे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट बीतने उपरांत नहीं बैठ सकेंगे ऑनलाइन परीक्षार्थी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि कुवि प्रशासन ने 10 अगस्त से शुरू होने वाली यूजी प्रथम व द्वितीय वर्ष, पीजी प्रथम व द्वितीय वर्ष की वार्षिक परीक्षाओं के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। परीक्षाओं को नकल रहित रखने के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि आनलाइन परीक्षाओं को बेहतर तरीके से लेने की योजना बनाई गई है जिसके लिए एक साॅफटवेयर एजेंसी के माध्यम से प्रोक्टरिंग करवाई जा रही है जोकि परीक्षार्थियों पर अपनी नजर रखेगा। इसके साथ ही आंसरशीट के पहले पेज पर स्टूडेंटस से जुड़ी जानकारी की गोपनीयता बनाए रखने के लिए केयू ने इस बार नया बार-कोड सिस्टम लागू किया है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की 10 अगस्त से शुरू होने वाली दूरवर्ती पाठ्यक्रमों व प्राइवेट की वार्षिक परीक्षाओं को लेकर मंगलवार को गाइडलाइन जारी कर दी गई। परीक्षा नियंत्रक डाॅ. हुकम सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने परीक्षा स्टैंडिंग कमेटी की सिफारिशों के आधार पर इन परीक्षाओं को भी ब्लैंडिड मोड में लेने की योजना बनाई है जिसकी अधिसूचना आज दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के निदेशक व प्राइवेट विद्यार्थियों के लिए बनाए गए परीक्षा केन्द्रों के प्राचार्यों को ई-मेल के माध्यम से जारी की गई। इसके साथ ही गाइडलाइन विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।केयू के परीक्षा नियंत्रक डा. हुकम सिंह ने बताया कि इन वार्षिक परीक्षाओं को लेकर सभी जानकारी केयू की वैबसाइट www.kuk.ac.inपर अपलोड कर दी गई है।
विद्यार्थियों को किसी तरह की परेशानी होने पर परीक्षा शाखा से हेल्पलाइन ई-मेल rollnoenquiry@kuk.ac.in व नंबर 70821-13076, 70821-13164-70821-13073 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। 10 अगस्त से शुरू होने वाली सभी वार्षिक परीक्षाओं में इस बार इम्प्रूवमैंट व एडिशनल के विद्यार्थी भी अपीयर होंगे। इसके साथ ही अप्रैल/मई 2020 सत्र की परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले एडिशनल व इम्प्रूवमैंट के विद्यार्थी भी इन परीक्षाओं में अपीयर हो सकेंगे।ऑनलाइन परीक्षा के लिए 48 घंटे पूर्व रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य डा. सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय की यूजी व पीजी की वार्षिक परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन मोड में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय वैबसाइट से अपना परीक्षा प्रवेश-पत्र डाउनलोड करने उपरांत उस कोर्स के लिए परीक्षा शुरू होने से 48 घंटे पूर्व kukonlineexam.com पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा।
विद्यार्थियों को परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट उपरांत अपना लाॅग-इन करने की अनुमति नहीं होगी इसलिए सभी विद्यार्थियों को समय रहते अपना लाग-इन करना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही ऑनलाइन परीक्षार्थियों के लिए अनिवार्य रूप से माक टेस्ट से गुजरना होगा क्योंकि उनके लिए मददगार साबित होगा जो पहली बार इस ऑनलाईन परीक्षा में अपीयर हो रहे हैं। उन्हें ऑनलाइन परीक्षा की पूरी प्रक्रिया वाला वीडियो देखना भी आवश्यक होगा जोकि कुवि की वैबसाइट printrollnumber.kuk.ac.in पर उपलब्ध है।
ऑनलाइन परीक्षार्थियों के लिए निम्न दिशा-निर्देशों का पालन अनिवार्यः ऑनलाईन विकल्प के लिए नवीनतम कॉन्फिग्रेशन के साथ कैमरे वाला लैपटॉप/स्मार्ट फोन/डेस्कटॉप होना जरूरी है। इसके साथ ही हाई-स्पीड इंटरनेट की अनिवार्यता न्यूनतम (512 केबीपीएस) होगी और परीक्षा की पूरी अवधि के दौरान इंटरनेट कनेक्ट होना आवश्यक है।
परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को वेब-कैमरे के सामने उपस्थित होना होगा, ताकि उत्तर-पुस्तिका लिखते समय उसका पूरा दृश्य एजेंसी के पर्यवेक्षक को दिखाई दे। कमरे में बिजली की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी ताकि परीक्षा के दौरान ली गई तस्वीरें धुंधली न हो। परीक्षा अवधि के दौरान मोबाइल/लैपटॉप बैटरी या अन्य कोई भी समस्या को समय में छूट के लिए आधार नहीं माना जाएगा। परीक्षार्थी को परीक्षा के समय अपना लाग-इन कर एक वैध पहचान पत्र अपलोड करना भी आवश्यक होगा। उन्होंने बताया कि परीक्षा शुरू करने से पूर्व परीक्षार्थी को घोषित की गई सभी घोषणाओं को पढ़कर क्लिक करना होगा तभी उसे प्रश्न-पत्र उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने बताया कि आनलाईन परीक्षा का विकल्प चुनने वाले विद्यार्थियों पर रिमोट प्रोक्टरिंग साफटवेयर द्वारा कड़ी निगरानी रखी जाएगी।निम्न गतिविधियां शामिल होंगी यूएमसी केस में डा. हुकम सिंह ने बताया कि ऑनलाईन परीक्षा के दौरान विद्यार्थी द्वारा निम्नलिखित गतिविधियों को अनुचित साधन मामले के रूप में माना जाएगाः- यदि परीक्षा के दौरान वेब कैम व मोबाईल कैमरे के सामने उपस्थित न हो, परीक्षा के दौरान किसी से बात करते पाया गया, यदि परीक्षार्थियों ने वेबकैम व मोबाईल कैमरा ढक दिया।
इसके साथ ही विद्यार्थी को एक साथ कई उपकरणों से परीक्षा संपन्न करने की अनुमति नहीं होगी। कोई भी परीक्षार्थी अपना मोबाइल नंबर व अन्य कोई भी व्यक्तिगत सूचना अपनी उत्तर-पुस्तिका पर नहीं लिखेगा। परीक्षा के दौरान इंटरनेट डिस्कनेक्ट/गायब होने पर भी उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। ऑनलाइन परीक्षा में 3 घंटे में लिखनी होगी उत्तर-पुस्तिकाः डा. सिंह ने बताया कि इन सभी परीक्षाओं में विद्यार्थी को 100 प्रतिशत अंको का पेपर हल करना होगा जिसके लिए उन्हें कुल 4 घंटे का समय दिया जाएगा लेकिन अपनी अपनी उत्तर-पुस्तिका लिखने के लिए उन्हें 3 घंटे का समय ही मिलेगा। पेपर करने के लिए विद्यार्थियों को ए-फाॅर साइज के अधिकतम 36 पेजों का प्रयोग करना होगा तथा प्रश्न पत्र उपरोक्त वैबसाइट से देखने उपरांत परीक्षा संबंधित विवरण व रोल नंबर पेज पर लिखना होगा। आंसरशीट की पीडीएफ फाइल का अधिकतम साइज 22 एमबी से अधिक नहीं होना चाहिए।
डा. हुकम सिंह ने बताया कि प्रातःकालीन व सांयकालीन सत्र में होने वाली इन स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाओं में सुबह सत्र वाला पेपर 9.30 बजे और सांय सत्र के लिए 1.30 बजे वैबसाइट के माध्यम से संबंधित विद्यार्थी को उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए विद्यार्थी को परीक्षा शुरू होने से 20 मिनट पूर्व वैबसाइट पर लाग-इन करने की अनुमति दी गई है। प्रश्न-पत्र हल करने से पूर्व विद्यार्थी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें सही प्रश्न-पत्र उपलब्ध कराया गया है। गलत प्रश्न-पत्र हल करने का प्रयास करने की किसी भी शिकायत पर विवि द्वारा बाद में कोई विचार नहीं किया जाएगा। वेब-पोर्टल पर उत्तर-पुस्तिका अपलोड करने का समय ऑनलाइन परीक्षाओं के लिए सुबह का आबंटित समय सुबह 9.30 बजे से 1.30 बजे और दोपहर के सत्र में 1.30 बजे से 5.30 बजे तक होगा लेकिन उत्तर-पुस्तिका लिखने की अनुमति मात्र 3 घंटे ही होगी, अतिरिक्त 1 घंटा उन्हें प्रश्न-पत्र डाउनलोड करना व अधिकतम 36 पेजों की उत्तर-पुस्तिका अपलोड करने के लिए दिया गया है।
जो विद्यार्थी निर्धारित अवधि यानि 4 घंटे के दौरान अपनी आंसरशीट अपलोड करने में विफल रहते हैं, उनकी किसी भी स्थिति भी आंसरशीट स्वीकार नहीं की जाएगी।आफलाईन परीक्षा के निम्न दिशा-निर्देश अनिवार्य डा. सिंह ने बताया कि आफलाइन मोड में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा प्रवेश पत्र (रोल नंबर) पर दर्शाए गए कालेज में सम्पर्क कर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा। उक्त परीक्षा केन्द्र में विद्यार्थी को अपना नाम, कक्षा, रोल नंबर, पेपरों का विवरण, मोबाइल नंबर, ई-मेल आदि आदि सभी जानकारियां उपलब्ध करवानी होगी। आॅफलाइन परीक्षा की स्थिति में विद्यार्थी को संबंधित कालेज प्रश्न-पत्र व उत्तर-पुस्तिका उपलब्ध करवाएगा और परीक्षा संपन्न करवाने की जिम्मेदारी संबंधित कालेज व संस्थान के प्राचार्य व निदेशक की होगी। डा. सिंह ने बताया कि यूजी, पीजी व बी.एड की परीक्षाओं के लिए जो सभी विद्यार्थियों की प्रोक्टरिंग होगी, उसकी विश्वविद्यालय द्वारा जरूरत पड़ने पर जांच की जा सकती है। उन्होंने बताया कि उत्तर-पुस्तिका की रिवैल्यूएशन व रिचैकिंग की सुविधा स्टूडैंटस को केयू नियमों के तहत ही मिलेगी। इसके अलावा प्रैक्टिकल आदि की वार्षिक परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय द्वारा बाद में शेड्यूल जारी किया जाएगा।