सरपंचों की रिकॉल की बजाए किसान विरोधी 3 अध्यादेश रद का प्रस्ताव विस में लाए सरकार
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 29 अगस्त। हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने सरकार द्वारा सोमवार व मंगलवार को दुकानें बंद रखने के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सरकार का यह फैसला दुकानदारों के कारोबार को खत्म करने वाला है। एक ओर तो सब कुछ अनलॉक किया का रहा है वहीं दूसरी ओर दुकानों को बंद करवाया जा रहा है। सरकार का यह फैसला दुकानदारों को तबाह करने वाला है। अरोड़ा ने कहा कि पहले केंद्र सरकार ने किसान व व्यापारी विरोधी 3 अध्यादेश लाकर किसान, आढतियों व मजदूरों को उजाडऩे का काम किया है। अब इस 2 दिन के लॉकडाउन से दुकानदार तबाह हो जाएंगे। उन्होने सरकार से मांग की कि 2 दिन के लॉकडाउन के फैसले को तुरंत वापिस लिया जाये।
अरोड़ा ने पंजाब विधानसभा द्वारा किसान विरोधी 3 अध्यादेश रद्द करने का स्वागत करते हुए हरियाणा सरकार से भी पंजाब सरकार का अनुसरण करने की मांग की। उन्होने कहा कि यह अध्यादेश रद्द करने का प्रस्ताव हरियाणा सरकार विधानसभा में लेे कर आए। यह अध्यादेश केवल किसान के ही नहीं बल्कि व्यापारी व मंडी में काम करने वाले मजदूरों के भी विरोध में है। इससे मंडियां खत्म हो जाएंगी। व्यापारियों का काम बंद हो जाएगा। मंडी में काम करने वाले मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे। सरकार को गांव का आपसी भाईचारा खत्म करने वाला सरपंचों की रिकॉल का प्रस्ताव लाने की बजाय विधान सभा में किसान विरोधी यह 3 अध्यादेश रद्द करने का प्रस्ताव लाना चाहिए। सरकार के इस फैसले से किसानों को समर्थन मूल्य नही मिलेेगा, औने-पौने दामों में फसलों को खरीदा जाएगा। यह सरकार किसानों को खत्म करने पर तुली हुई है।
अरोड़ा ने कहा कि 10 सितंबर को पिपली की अनाज मंडी में केंद्र सरकार द्वारा जारी इन 3 अध्यादेशों के विरोध में आयोजित किसान रैली का कांग्रेस समर्थन करेगी। यह रैली एक विशाल रैली होगी जो सरकार की चूलें हिला देगी। पूर्व मंत्री अरोड़ा ने भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए कहा कि इस सरकार के प्रति हर वर्ग में गहरा असंतोष है।