कला अभिव्यक्ति को प्रकट करने का सशक्त माध्यम: प्रोफेसर सोमनाथ
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा है कि कला अभिव्यक्ति को प्रकट करने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी कला जगत एवं कला विधा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। वे गुरुवार को ललित कला विभाग द्वारा आयोजित आॅनलाईन राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी ‘सृजन 2021’ के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि कला आज के तनावपूर्ण जीवन में औषधि का कार्य करती है और मानव मन को शांति प्रदान करती है। कुलपति ने ललित कला विभाग के इस प्रयास के लिए विभाग के सभी शिक्षकों, प्रतिभागियों, शोधार्थी व छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि आगे भी इस तरह के प्रयासों के लिए प्रशासन हर संभव सहयोग के लिए संकल्पबद्ध है।
इस मौके पर कुवि कुलसचिव डा. संजीव शर्मा ने ललित कला विभाग के इस प्रयास की सराहना की एवं सभी शिक्षकों को इस प्रदर्शनी के आयोजन के लिए बधाई दी। कुवि के ललित कला विभागाध्यक्ष एवं कला प्रदर्शनी के समन्वयक डा. पवन कुमार ने बताया कि यह प्रदर्शनी 5 अगस्त से 15 अगस्त तक चलेगी। उन्होंने बताया कि सभी शिक्षकों का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग आगे भी इस तरह की कला प्रदर्शनी का आयोजन करता रहेगा।
इस प्रदर्शनी में कलाकारों ने कला संवेदनाओं व वर्तमान कोरोना परिदृश्य जैसी मानवीय संवेदनाओं को उकेरा है। इस ऑनलाइन प्रदर्शनी के अवलोकन के लिए केयूके की वेबसाइट पर लिंक उपलब्ध है। इस अवसर पर ऑनलाइन राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के आयोजन सचिव डा. गुरचरण सिंह ने बताया कि प्रदर्शनी में भारत के विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध कलाकार भाग ले रहे हैं। इन कलाकारों में पद्मश्री श्याम शर्मा, पद्मश्री सुधाकर ओल्वे, सीएस कृष्णा सेट्टी (पूर्व अध्यक्ष, ललित कला अकादमी, भारत सरकार) की कलाकृतियों को भी इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया जा रहा है।
इस कला प्रदर्शनी में लगभग 60 कलाकार प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इस प्रदर्शनी में कला जगत के नए आयामों जैसे डिजीटल आर्ट, फोटोग्राफी, इन्सटोलेशन, मिक्सड मीडिया व पेंटिंग जैसे नवीन माध्यमों में कार्य किया गया है। प्रदर्शनी के सह-समन्वयक डा. राकेश बानी ने बताया कि कलाकारों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से अपनी प्रतिभाओं को इस प्रदर्शनी के माध्यम से अभिव्यक्त किया है। आगे भी कला के क्षेत्र में नवयुवक कलाकारों व छात्रों के लिए अपार संभावनाएं है। इस अवसर पर प्रोफेसर तेजेन्द्र शर्मा, प्रो. राम विरंजन, डा. मोनिका, डा. जया दरोंदे, डा. आरके सिंह, डा. आनन्द जायसवाल, लोकसम्पर्क विभाग के उपनिदेशक डा. दीपक राय बब्बर उपस्थित थे।