कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जियोलॉजी विभाग में 17 अगस्त से दाखिला प्रक्रिया होगी शुरू
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एआर चौधरी ने बताया कि जियोलॉजी विषय में सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में रोजगार के अच्छे अवसर हैं। जियोलॉजी विभाग से उत्तीर्ण विद्यार्थी देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों में कार्यरत हैं। जियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया, ऑयल एंड नेचुरल गैस कमीशन, इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन, सेंट्रल ग्राउंड वॉटर बोर्ड, सतलुज जल विद्युत निगम, वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी, हरियाणा लोक सेवा संघ, कोल इंडिया लिमिटेड, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड और अन्य कंपनियों में हमारे पूर्व विद्यार्थी कार्यरत हैं। इसके अलावा विद्यार्थी विभिन्न शिक्षण संस्थानों में भी कार्यरत हैं।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जियोलॉजी विभाग से कोरोना के समय में भी विद्यार्थियों का चयन बड़ी संस्थाओं में हो रहा है। कुवि के जियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. एआर चौधरी ने बताया कि हाल ही में विभाग के एक छात्र अभिनव पूनिया का चयन यू.पी.एस.सी. द्वारा जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया में भू-विज्ञानिक के पद पर हुआ है। अभिनव का चयन इसके अलावा एम.टैक. (पांच वर्षीय इंटिग्रेटिड कोर्स बारहवीं के बाद) व एम.एस सी. के विद्यार्थियों का चयन सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं में हुआ है। विभाग के छात्रों में पवन पाटीदार और सोहन चौधरी वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी, देहरादून, रजत धीमान एच.एन.बी.घड़वाल विश्वविद्यालय व राहुल पंवार आई.आई.टी. रूड़की में बतौर रिसर्च फेलो चुने गए हैं।
कुवि के जियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. एआर चौधरी ने बताया कि विभाग द्वारा दो मास्टर डिग्री कोर्स व पी.एच.डी. कोर्स चलाए जा रहे हैं जिनमें एम.टैक. अप्लाईड जियोलॉजी (पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड बारहवीं कक्षा के बाद ) 24 सीटें व एम.एस.सी अप्लाईड जियोलॉजी दो वर्षीय कोर्स (बी.एस.सी के बाद) (30 सीटे)ं करवाया जाता है। यह रूचिकर इसलिए भी है क्योंकि जियोलॉजी की विदेशों में भी बहुत ज्यादा मांग है। विभाग से बहुत से विद्यार्थी विदेशों में नौकरी व उच्च शिक्षा के लिए चुने जाते रहे हैं। इसलिए विद्यार्थी जियोलॉजी को करियर के लिए चुनना पसंद कर रहे हैं।
प्रोफ़ेसर चौधरी ने कहा की जियोलॉजी विभाग में विद्यार्थियों को हर कक्षा में फ़ील्ड टूर पर भेजा जाता है जिस से विद्यार्थी यथार्थ प्रकृति में शिलाओं की संरचना एवं उनकी बनावट को किताबों में लिखी बातों से मिलान कर के सफल भूवैज्ञानिक बनें और अपने प्रदेश एवं देश की समस्याओं का समाधान कर के अपने परिवार और देश का नाम रोशन करें। लोक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार जियोलॉजी विभाग के पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन दाखिले की प्रक्रिया 17 से शुरू हो रही है तथा विद्यार्थी 17 अगस्त से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाईन एडमिशन से सम्बन्धित जानकारी के लिए विद्यार्थी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की वेबसाईट से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार विद्यार्थियों की दाखिला सम्बंधी जानकारी के लिए ऑनलाइन हेल्पडेस्क भी गठित किया गया है।