न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।अखिल भारतीय किसान सभा, सीटू, खूत मजदूर यूनियन व सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मजदूर व किसानों ने जिला मुख्यालय पर भारत बचाओ दिवस को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन से पहले मजदूर व स्कीम वर्कर्स नेहरू पार्क में एकत्रित हुए और रोष सभा का आयोजन किया। किसान सभा के जिला प्रधान रोहताश नगूरां, सीटू जिलाध्यक्ष सतबीर खरल, रमेश चंद्र, फूल सिंह श्योकंद ने कहा कि भाजपा सरकार ने मजदूरों, किसानों व मेहनतकश आवाम के खिलाफ एक प्रकार से युद्ध छेड़ रखा है और यह सब अडानी व अंबानी जैसे देशी-विदेशी बड़े पूंजीपतियों, कॉरपोरेट घरानों के लिए किया जा रहा है।
खेती व किसानी को बर्बाद करने वाले तीन कानूनों के खिलाफ आठ महीनों से ज्यादा समय से किसान सड़कों पर है। उन्होंने कहा कि फसल की सरकारी खरीद की प्रणाली बंद होने के चलते गरीब लोगों को राशन डिपो, मिड-डे मील तथा आंगनवाड़ी जैसी योजनाओं से मिलाने वाला अनाज भी अपने आप ही बंद हो जाएगा। अनाज व खाने-पीने की कालाबाजारी की खुली छूट के कानून का असर सरसों के तेल के रूप में देख सकते हैं। उन्होंने मांग की कि खेती विरोधी तीनों काले कानून रद्द किए जाएं। फसल की सरकारी खरीद की कानूनी गारंटी हो। मजदूर विरोधी चारों लेबर कोड रद्द हों। न्यूनतम वेतन 24 हजार रुपये हो। वेतन कटौती व छंटनी बंद हो। सरकारी विभागों व सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण बंद हो। बिजली बिल 2020 वापस हो। मनरेगा में काम मिले व न्यूनतम मजदूरी 600 प्रतिदिन हो। शहरों ने भी इसका विस्तार हो। सभी निर्माण मजदूरों का श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण हो। श्रमिकों को सभी लाभ व सुविधाएं मिले।