न्यूज डेक्स इंडिया
मुंबई। केंद्र सरकार और जिन राज्यों में गैर भाजपा सरकारें हैं,वहां छत्तीस का आंकड़ा चुनिंदा राज्यों में खास तौर पर दिखता है,इनमें बंगाल के बाद जो अग्रणी नाम महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार का है। अब इस प्रांत की सरकार का नाम इसलिए आज चर्चा में अचानक आया,क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर आईटी सेक्टर में अवार्ड देने तैयारी कर ली है। यानी महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम चल रहे खेल अवार्ड का नाम बदलने के बाद राज्य सरकार द्वारा राजीव गांधी के नाम पर अवार्ड शुरु करने की घोषणा के साथ नया सियासी दाव चला है।
जाहिर है कि नेहरु-गांधी परिवार का नाम सियासी गलियारों में मुद्दा बनकर आए दिन चर्चा में रहता है। पिछले दिनों इसलिए चर्चा में आया था,क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर जानकारी सांझा की थी कि जनता की पुरजोर मांग पर खेल रत्न अवार्ड का नाम हाकी के महानायक मेजर ध्यानचंद के नाम पर किया जाएगा। इस ट्वीट के सार्वजनिक होते ही इस पर सियासी टीका टिप्पिणयां शुरु ने का अनुमान था और हुआ भी वही।
मगर महाराष्ट्र सरकार ने और एक कदम आगे बढ़ते हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर सूचना प्रौद्योगिकी संगठनों को अवार्ड देकर सम्मानित करने का पत्ता फैंक दिया।अब महाराष्ट्र सरकार के एक आदेश में कहा गया है कि यह पुरस्कार 1984 से 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी के भारत में आईटी क्षेत्र को प्रोत्साहन देने में योगदान को दिया जाएगा।अभी घोषणा हुई है और इसके बाद इस पर भी कई तरह के राजनीतिक बयान सामने आना तय है।