न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय ने प्री-पीएचडी आयुर्वेद का परीक्षा शेड्यूल जारी किया। परीक्षाएं पांच व छह सितंबर को ऑफलाइन, कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सम्पन्न कराई जाएंगी। विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा द्वारा कुलपति डॉ. बलदेव कुमार के निर्देशानुसार इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। पीएचडी के शोधार्थी अपना परीक्षा फार्म विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर संबंधित लिंक द्वारा 20 अगस्त तक बिना विलंब शुल्क के ऑनलाइन भर सकते है।
पीएचडी परीक्षा समन्वयक डॉ. राजेंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में आयुर्वेद के विभिन्न ग्यारह विषयों आयुर्वेद संहिता एंव सिद्धांत, रचना शारीर, क्रिया शारीर, द्रव्य गुण विज्ञान, रोग निदान एवं विकृति विज्ञान, स्वस्थवृत, कौमार भृत्य (बाल रोग), काया चिकित्सा, शल्य तंत्र, शालाक्य तंत्र, पंचकर्म, प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग और अगदतंत्र (विष विज्ञान) में विश्वविद्यालय द्वारा पीएचडी शोध कार्य कराया जा रहा है। जिसकी परीक्षाएं विश्वविद्यालय द्वारा पांच व छह सितंबर को कराई जानी है। जिसमें कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जाएगा।
परीक्षा शाखा नियंत्रक डॉ सतीश वत्स ने बताया कि छह सितंबर को ही लिखित परीक्षा के उपरांत पीएचडी के शोधार्थी अपने-अपने विषय का प्रस्तुतिकरण देंगे। परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में ही सम्मपन होंगी। पीएचडी के शोधार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर संबंधित लिंक द्वारा अपना परीक्षा फार्म ऑनलाइन माध्यम से 20 अगस्त तक भर सकते हैं। परीक्षा फार्म विलंब से भरने पर विद्यार्थियों को अतिरिक्त शुल्क तीन और पांच हजार रुपए देना होगा।डॉ. वत्स ने बताया कि बीएएमएस, बीएचएमएस और डी-फार्मा आयुर्वेदा की वार्षिक और री-अपीयर की परीक्षाएं 16 अगस्त से शुरू होंगी। जो निर्धारित समय पर हो रही है। परीक्षा की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। विषय से संबंधित प्रैक्टिकल कोरोना महामारी की वजह से बाद में लिए जाएंगे।