कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने भी दिया किसानों को अपना संदेश
मिट्टी जांच लैब से किसानों को मिलेगा सीधा लाभ: डीसी
न्यूज डेक्स संवाददाता
भिवानी।मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीरवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रदेशभर की 40 जिला स्तर, उप मंडल स्तर और खंड स्तरीय मिट्टी जांच की 40 लैब का शुभारंभ किया। जिला में जुई और ढिगावा में दो लैब स्थापित की गई हैं। मुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने भी किसानों को अपना संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशभर में करीब 35 लाख एकड़ भूमि की मिट्टी जांच की जाएगी। इस कार्य में स्कूली बच्चों का सहयोग लिया जाएगा, जिससे कि वे आने वाले समय में फसल उत्पादन के बारे में बारीकी से समझ सकें।
उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था, जब हमें उत्पादन बढ़ाने के लिए हरित क्रांति शुरु की गई थी और अब उत्पादन के साथ-साथ गुणवत्ता बढ़ाने की जरूरत है, जिसमें लैब स्थापित करना अहम कदम है।लघु सचिवालय परिसर स्थित उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने कहा कि जिला में जुई व ढिगावा में स्थापित की गई मिट्टी जांच लैब में किसान अपने खेत की मिट्टी जांच करवा सकेंगे। इससे खेत की मिट्टी तासीर का पता चल सकेगा, जिसके अनुरूप खेती की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि जिला में लोहारू में भी मिट्टी जांच की बड़ी लैब की स्थापना की जा रही है। इसी प्रकार से सिवानी और बहल में भी मिट्टी जांच लैब स्थापित की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को यह मालूम होना जरूरी है कि उनके खेत की मिट्टी को क्या जरूरत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी के लक्ष्य को लेकर किया जा रहा है प्रयास: दलालकार्यक्रम के दौरान चंडीगढ़ मुख्यालय से प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास है कि किसानों की आय को दोगुनी किया जाए, प्रदेशभर में मिट्टी जांच लैब की स्थापना करना उसी को पूरा करने में एक अहम कदम है। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में जिला स्तरीय, उप मंडल स्तरीय और खंड स्तरीय लैब की स्थापना की जा रही है, जिससे किसानों को उनके घर-द्वार के पास ही मिट्टी जांच करवाने की सुविधा मिलेगी। इससे किसानों को यह मालूम होगा कि उनके खेत में किस प्रकार की खाद की जरूरत है और वहां पर कौन सी फसल की अधिक पैदावार होगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से बीमार व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच की जाती है, उसी प्रकार से खेत की मिट्टी की भी जांच करनी जरूरी होती है।