आईएएस अशोक खेमका का नया निशाना सीबीआई पर,सालाना 800 करोड़ खर्च, सजा किसे हुई?
न्यूज डेक्स हरियाणा
चंडीगढ़,31 अगस्त। तबादलों के मामले में अब तक 56 के करीब पहुंचने जा रहे सीनियर आईएएस अशोक खेमका के निशाने पर इस बार सीबीआई आ चुकी है। उन्होंने सीबीआई के सालाना बजट के साथ यह सवाल भी खड़ा कर दिया है कि भारीभरकम खर्च के बावजूद नतीजे शून्य हैं। अकसर भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार आवाज उठाने वाले खेमका करीब 27 साल की नौकरी पूरी कर चुके हैं। इस दौरान उनका रिकार्ड 53 बार तबादला हुआ। साफ सुथरी और ईमानदार छवि के कारण सरकार और संबंधित विभागों के लिये अकसर सिरदर्द बनने वाले खेमका का अब नया ट्वीट सामने आ चुका है। यह ट्वीट करते हुए खेमका ने वाजिब सवाल खड़ा किया है।
उन्होंने लिखा है कि सीबीआई का सालाना बजट 800 करोड़ रुपये है। किसे सजा हुई, कौन बरी हुआ, किसे लटकाया, जवाबदेही कैसे तय हो? पिछले सालों का ही हिसाब कर लो। किस बड़े आदमी की सजा हुई? हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ और होते हैं।खेमका का 53 बार हो चुका है तबादलाआईएएस खेमका का अभी तक 53 बार तबादला हो चुका है। भाजपा से पहले कांग्रेस की हुड्डा सरकार में भी खेमका का 22 बार ट्रांसफर हुआ था। वह जिस भी विभाग में जाते हैं, घोटाले के मामले उजागर करते रहे हैं। खेल विभाग से पहले उन्होंने समाज कल्याण विभाग में फर्जीवाड़े की आशंका पर 3 लाख से ज्यादा बुजुर्गों की पेंशन रोक दी थी।
इससे पहले बीज विकास निगम में भी घोटाला पकड़ा था। भाजपा सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में खेमका का यह 7वां तबादला है। राबर्ट वाड्रा की कंपनी से जुड़ी डील को किया था रद्दकांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान 2012 में खेमका ने राबर्ट वाड्रा की कंपनी के डीएलएफ कंपनी के साथ हुए जमीनी सौदे को रद्द कर दिया था। इस मामले में आरोप था कि वाड्रा को सस्ती दर पर जमीन दी गई और उन्होंने महंगे रेट पर डीएलएफ को जमीन बेची है।