देश के स्वतंत्रता आंदोलन में हरियाणा के लोगों की अग्रणी भूमिका रही है-कृषि मंत्री
आजादी के बाद भी देश की सीमाओं की सुरक्षा मैं भूमिका निभा रहे हैं हरियाणा के वीर-जे.पी. दलाल
कृषि मंत्री ने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों को मिठाई के लिए दो लाख रूपए देने की घोषणा की
न्यूज डेक्स संवाददाता हरियाणा
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जे.पी. दलाल ने कहा कि देश के स्वतंत्र्ाता आंदोलन में हरियाणा के लोगों की अग्रणी भूमिका रही है। अम्बाला से 8 मई 1857 को स्वतंत्रता आन्दोलन की पहली चिंगारी फूटी थी। नेता जी सुभाश चन्द्र बोस की ‘आजाद हिन्द फौज’ में सबसे ज्यादा सैनिक हरियाणा से थे। आज भी भारतीय सेनाओं में औसतन हर दसवां जवान इसी प्रदेश से है।
श्री दलाल आज 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित इन्द्रधनुष आडिटोरियम के मैदान में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में ध्वजारोहण के बाद परेड का निरीक्षण करने के उपरांत मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सबको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिन उल्लास और उमंग से पूरे देश में मनाया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित सभी नागरिकों और स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारजनों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन भी किया।
श्री दलाल ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश हुकूमत के विरुद्ध नौ दशकों तक लम्बा संघर्ष किया, असहनीय यातनाएं झेली, हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूमा और असंख्य कुर्बानियां दीं। हरियाणा के वीरों ने आजादी के बाद भी देश की सीमाओं की सुरक्षा में महŸवपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारे सैनिकों ने 1962, 1965, 1971 के विदेशी आक्रमणों व आप्रेशन कारगिल युद्ध के दौरान वीरता की नई मिसाल पेश की। प्रदेश के वीर कभी भी राष्ट्रीय एकता और अखण्डता की रक्षा के लिए अपने अमूल्य प्राणों की आहूति देने से पीछे नहीं हटे।
उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव को हम कोविड-19 महामारी के दौर में मना रहे हैं। अनेक कोरोना वाॅरियर्स ने अपनी जान की परवाह न करते हुए महामारी से निपटने में महान सेवा की है। उनमें डाॅक्टर्स, नर्सिज व अन्य चिकित्सा स्टाॅफ, समाज सेवक, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता व मीडिया कर्मी शामिल हैं, जिन्होंने कोरोना योद्धाओं के रूप में कार्य किया है। इस कालखंड मंें हम सबने विभिन्न प्रधानमंत्रियों की कार्यशैली को परखा होगा, परन्तु आप स्वयं अनुभव कर रहे होंगे कि देश के लोकप्रिय एवं ओजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व का आज पूरा विश्व लोहा मान रहा है। उनके नेतृत्व में आज देश में क्रांतिकारी बदलाव होते दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जैसे हम सबको पता है कि 5 अगस्त का दिन भारत में ऐतिहासिक बदलाव का साक्षी बन गया है। इसी दिन वर्ष 2019 में जम्मू-कश्मीर को पूर्ण आजादी प्राप्त हुई तथा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा 370 की व्यवस्था को 70 वर्ष बाद समाप्त करने का साहसिक कार्य किया। केन्द्र सरकार के ऐसे अनेक साहसिक निर्णयों से कश्मीर से कन्याकुमारी तक ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ से नवभारत और अब ‘आत्मनिर्भर भारत‘ के निर्माण को बल मिला है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पहली बार भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, राज्यों को ओ.बी.सी. जातियों की अपनी सूची बनाने का अधिकार, अयोध्या में मर्यादा पुरुशोत्तम भगवान श्रीराम जी के मंदिर का निर्माण, नागरिकता संशोधन कानून, तीन तलाक की कुप्रथा से मुक्ति, स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान आदि अनेक साहसिक कदम उठाए गए हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन और सुशासन के लिए अनेक कारगर कदम उठाए गए हैं। वर्ष 2020 को ‘सुशासन संकल्प वर्श’ के रूप में मनाया और इस वर्ष को ‘सुशासन परिणाम वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ई-गवर्नेंस से गुड गवर्नेंस का जो अभियान हमने चलाया था वह आज ‘परिवार पहचान पत्र’ तक पहुंच गया है। इस एक ही दस्तावेज के माध्यम से सब सरकारी सेवाओं और योजनाओं का लाभ घरद्वार पर ही मिलेगा। लोगों को कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इसी प्रकार सुशासन के लिए प्रदेश सरकार ने अनेक कारगर कदम उठाए हैं। इनमें सी.एल.यू. के खेल को बंद करना,योग्यता के आधार सरकारी नौकरियां देना, कर्मचारियों का तबादला आनलाइन करना, गरीबों के राशन, पेंशन, वजीफों, सब्सिडी में चल रहे गोरखधंधों का आई.टी. का प्रयोग करके सफाया करना शामिल