ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की मौजूदगी में सर्वकल्याण के लिए हुआ अनुष्ठान
सेल टेक्स विभाग के ज्वाइंट कमिशनर जितेंद्र शर्मा ने लिया ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी से आशीर्वाद
श्रीजयराम संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व छात्र हैं जितेंद्र शर्मा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में देशभर में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के सान्निध्य में ब्रह्मचारियों एवं विद्वान ब्राह्मणों ने सर्वकल्याण की भावना से रुद्राभिषेक किया। यह रुद्राभिषेक एक हजार आठ बेलपत्रों के साथ दिल्ली से आए यजमान मोहन प्रकाश गुप्ता, वीना गुप्ता, सुरेश मित्तल एवं दक्षा बेन जेनी ने करवाया। इसके उपरांत अनुष्ठान के समापन पर विद्यापीठ की मुख्य यज्ञशाला में हवन में आहुतियां दी गई और विश्व के दुर्लभ स्फटिक मणि शिवलिंग पर आरती की गई। ब्रह्मचारी ने बताया कि सावन महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है और भोलेनाथ को बेलपत्र परमप्रिय है। भगवान शिव के अंशावतार हनुमान जी को भी बेल पत्र अर्पित करने से प्रसन्न किया जा सकता है और लक्ष्मी का वर पाया जा सकता है।
घर की धन-दौलत में वृद्धि होने लगती है। उन्होंने बताया कि सावन महीने का पूजन अधूरी कामनाओं को पूरा करता है। शिव पुराण अनुसार सावन महीने में शिवालय में बेलपत्र चढ़ाने से एक करोड़ कन्यादान के बराबर फल मिलता है। बेलपत्र का चमत्कारी वृक्ष हर कामना को पूरी करता है। यही नहीं उसके पत्तों को गंगा जल से धोकर उन्हें बजरंगबली पर अर्पित करने से तीर्थों का फल मिलता है। इसके बारे में तुलसीदास जी ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के मुख से कहलवाया है, ‘शिवद्रोही मम दास कहावा. सो नर सपनेहु मोहि नहिं भावा.’ अर्थात: जो शिव का द्रोह करके मुझे प्राप्त करना चाहता है, वह सपने में भी मुझे प्राप्त नहीं कर सकता। इस अवसर पर जयराम विद्यापीठ में के. के. कौशिक एडवोकेट, श्रवण गुप्ता, राजेंद्र सिंघल, एस. एन. गुप्ता, राजेश सिंगला, सुरेंद्र गुप्ता, प्राचार्य रणबीर भारद्वाज, रोहित कौशिक, सतबीर कौशिक, पुरुषोत्तम, कमल शर्मा, रामपाल, प्रवीण इत्यादि भी मौजूद थे।
जयराम संस्कृत महाविद्यालय से स्नातक एच. सी. एस. अधिकारी जितेंद्र शर्मा जो वर्तमान में सेल टैक्स विभाग में अतिरिक्त कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं, जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी एवं अपने गुरुजनों से आशीर्वाद लेने विद्यापीठ में पहुंचे। जयराम विद्यापीठ में ब्रह्मचारियों द्वारा स्वास्ति वाचन एवं मंत्रोच्चारण के साथ पूर्व विद्यार्थी का स्वागत किया गया। विद्यापीठ के श्री रामेश्वर महादेव मंदिर में सावन भगवान शिव पूजन के उपरांत जितेंद्र शर्मा ने सभी गुरुजनों को सम्मान स्वरूप भेंट करने के उपरांत कहाकि ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी महाराज के आशीर्वाद से और गुरुजनों की प्रेरणा से मैं अपने इस लक्ष्य पर पहुंचा हूँ। यह गुरुजनों के मार्गदर्शन का ही सफल हुआ हूँ। अन्य संस्कृत पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी गुरुजनों के आदेशों एवं मार्गदर्शन का अनुसरण करते हुए दृढ विश्वास तथा मेहनत करनी चाहिए। महाविद्यालय के प्राचार्य प. रणबीर भारद्वाज ने आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहाकि जितेंद्र शर्मा सभी शास्त्रियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बने हैं और साथ ही विद्यापीठ का गौरव बढ़ाया है। इस अवसर पर रामपाल, प्रवीण शर्मा, पुरुषोत्तम, कमल, राम जिवारी, दीपक शर्मा, रोहित शर्मा, सतबीर कौशिक, जितेंद्र व विद्यापीठ के समस्त कर्मचारी मौजूद रहे।