अभिषेक गौड़ सहित पांच विद्यार्थियों को पंडित पवन शर्मा पौनी ने दिया गुरु मंत्र
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। ढांड रोड स्थित रघुनाथ मानस मंदिर में श्रावण मास की त्रयोदशी पर सरस्वती विद्यापीठ की ओर से यज्ञोपवीत संस्कार महायज्ञ हुआ, जिसमें अभिषेक गौड़ सहित पांच विद्यार्थियों को विद्यापीठ संचालक पंडित पवन शर्मा पौनी व पंडित अजय शर्मा ने जनेऊ धारण कराकर गुरु मंत्र दिया। पारंपरिक विधि के साथ विद्यार्थियों का मुंडन कराया गया और फिर दूध, घी, गंगाजल, शहद व गोमूत्र के साथ स्नान कराया गया। आत्मिक और शारीरिक शुद्धि के बाद विद्यार्थियों ने विद्यालय में वेद शिक्षण क्षेत्र में आज कदम रख दिया। वहीं मंदिर में चल रहे श्रीशिव महापुराण कथा यज्ञ का समापन भी हो गया। कर्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर सतपाल शर्मा ज्योतिसर, भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ प्रधान उमेश साहनी, राजीव राम व अवधेश राय मौजूद रहे। कथा के समापन और यज्ञोपवीत संस्कार के उपलक्ष्य में मंदिर परिसर में भंडारे का आयोजन हुआ। इससे पहले नौ कन्याओं को भोजन कराया गया।
पंडित पवन शर्मा पौनी ने कहा कि श्रावण मास भगवान शिव को अति प्रिय है। इसी उपलक्ष्य में मंदिर परिसर में श्रीशिव महापुराण कथा यज्ञ रखा गया, जिसका समापन शुक्रवार को त्रयोदशी के मौके पर किया गया। उन्होंने कहा कि श्रावण मास की त्रयोदशी के पवित्र मौके पर पांच विद्यार्थियों का यज्ञोपवीत संस्कार भी किया गया। उन्होंने बताया कि यज्ञोपवीत संस्कार प्राचीन शिक्षा पद्धति का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। विद्यार्थी का यज्ञोपवीत कराकर गुरु धारण कराया जाता है और इसके बाद विद्यार्थी उसी गुरुकुल में रहकर शिक्षा दिक्षा लेता है। अपने गुरु के दिए गए ज्ञान का अनुसरण करता है।
इससे विद्यार्थी की आस्था अपने गुरु के प्रति ज्यादा प्रगाढ़ होती है। अब शिक्षा पद्धति को व्यापार बनाया जा रहा है, लेकिन प्राचीन भारत में ऐसा नहीं था। हमें हमेशा सिखाया जाता है कि गुरु भगवान से भी प्रथम होते हैं। सुबह पूजन किया हुआ, इसके बाद हवन, यज्ञोपवीत संस्कार और भंडारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा के मुख्य सलाहाकार जयनारायण शर्मा, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, अखिल भारतीय सारस्वत ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा निंदी, निवर्तमान पार्षद नितिन भारद्वाज लाली, कोषाध्यक्ष विजय अत्री, राजीव अच्चू स्वामी, पंडित पवन पराशर, शुभकरण, अजय, जयनाथ, विजय अत्री ने भी यज्ञोपवीत संस्कार के बाद विद्यार्थियों को अपना आशीर्वाद दिया।