कुवि श्रीमद्भगवद्गीता पर ‘सर्टिफिकेट कोर्स’ करवाने वाला एकमात्र विश्वविद्यालय
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। दर्शन शास्त्र विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो. अनामिका गिरधर ने बताया कि दर्शन शास्त्र विभाग में ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि कुवि का दर्शन शास्त्र विभाग श्रीमद्भगवद्गीता पर ‘सर्टिफिकेट कोर्स’ करवाने वाला एकमात्र विश्वविद्यालय है। उन्होंने बताया कि दर्शन शास्त्र के पाठ्यक्रम में सांसारिक जीवन की भागदौड़ से पैदा हुए तनाव, चिन्ता, कुंठा, हताशा, दमन, थकान, स्मृति-कमजोरी आदि मानसिक विकार को दूर करने का मूलमंत्र निहित है। विभागाध्यक्षा प्रो. अनामिका गिरधर ने बताया कि एमए दर्शनशास्त्र के अंतर्गत तर्कशास्त्र, ज्ञान मीमांसा, तत्व मीमांसा, भारतीय दर्शन, पाश्चात्य दर्शन, भारतीय नीतिशास्त्र, पाश्चात्य नीतिशास्त्र, समकालीन भारतीय चिन्तन तथा समकालीन पाश्चात्य दर्शन जैसे विविधतापूर्ण एवं मनुष्य की व्यक्तिगत, सामाजिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, तार्किक, यौगिक, नैतिक जिज्ञासाओं का अध्ययन-अध्यापन करवाया जाता है।
आज का युग प्रतियोगिता का युग है। वर्तमान में प्रचलित प्रतियोगिता परीक्षाओं जैसे सिविल सर्विस, राज्य सिविल सर्विस, बैंक, पुलिस, शिक्षक व जज आदि में तार्किक आधार के प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं। ‘डिप्लोमा इन रिजनिंग’ कोर्स ऐसे युवाओं के लिए मददगार एवं मार्गदर्शक का कार्य करता है। दर्शन-विभाग में इसकी समुचित व्यवस्था है। युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोडे़ रखने, नैतिक-अनैतिक का ज्ञान करवाने, अनिर्णय-द्वंद्व-संदेह-संशय से बाहर निकलने तथा सनातन भारतीय शास्वत जीवन-मूल्यों का ज्ञान करवाने के लिए दर्शन-विभाग में 6 सर्टिफिकेट कोर्स इन श्रीमद्भगवद्गीता (एक वर्षीय) करने की सुविधा उपलब्ध है। दर्शनशास्त्र विभाग की अध्यक्षा ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग के अन्तर्गत अध्ययन किए जाने वाले तीन कोर्स को विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर ‘वेल्यू एडिड कोर्सेज’ की लिस्ट में सम्मिलित कर रखा है जिनमें सर्टिफिकेट कोर्स इन श्रीमद्भगवद्गीता, डिप्लोमा इन रिजनिंग तथा डिप्लोमा इन योगा एंड अप्लाईड फिलासफी शामिल है।
कुवि के लोक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार दर्शनशास्त्र विभाग के पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन दाखिले की प्रक्रिया 17 अगस्त से शुरू हो चुकी है तथा विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। स्नातकोत्तर दर्शनशास्त्र के पाठ्यक्रम में 40 सीटें, सर्टिफिकेट कोर्स इन श्रीमद्भगद्गीता में 30, डिप्लोमा इन रिजनिंग में 30 तथा डिप्लोमा इन योगा एंड अप्लाईड फिलाॅसफी में 30 सीटें निर्धारित है जिन पर विद्यार्थी दाखिला ले सकते हैं। कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार विद्यार्थियों की दाखिला सम्बंधी जानकारी के लिए ऑनलाइन हेल्पडेस्क भी गठित किया गया है। डॉक्टर दीपक राय बब्बर ने ये भी बताया की संबंधित विषयों के पीएचडी दाखिले भी 17 अगस्त से शुरू हो चुके है। ऑनलाईन एडमिशन से सम्बन्धित जानकारी के लिए विद्यार्थी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की वेबसाईट से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।