कांग्रेस ने जनसेवा अभियान के तहत सरकारी व गैरसरकारी अस्पतालों में पीपी किट बांटी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,2 सितंबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी दौर में मौजूदा सरकार के मंत्री जनता की सुध तक नहीं ले रहे। इन विकट हालातों में सरकार के मंत्री जनता के मध्य आने से घबराते है। जनता की सुधबुध लेना तो दूर वे स्वयं प्राईवेट अस्पतालों में दाखिल होकर आमजन को सरकारी अस्पतालों में दाखिल होने की बात कह रहे है।
सुरजेवाला यहां सरकारी अस्पताल में कांग्रेस द्वारा चलाए गए जनसेवा अभियान के तहत पीपीई किट, एन-95 मास्क, हैंड सैनिटाइजर की बोतलें व सोडियम हाईपोक्लोराईट का सफाई सॉल्यूशन वितरण करने पहुंचे थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत वे कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, बरवाला, उकलाना, नरवाना, पिहोवा आदि कई शहरों के सरकारी व प्राईवेट अस्पतालों के साथ पुलिस थानों में भी कोबिड-19 से मुकाबला करने के लिए किट वितरित कर चुके है।
उन्होंने कहा कि सत्तासीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर 63 दिन मुख्यमंत्री निवास से ही नहीं निकले। न तो मुख्यमंत्री खट्टर ने करनाल जिले में और न ही उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जींद जिले में जनसेवा का बीड़ा उठाया व न ही प्रदेश के लोगों की आगे बढ़ मदद की। लेकिन विपक्ष में रहते हुए भी कांग्रेस के साथियों ने जनसेवा का यह उदाहरण पेश किया है।
सुरजेवाला ने कहा कि जनसेवा की इस पहल में कांग्रेस के साथियों ने कोविड19 महामारी से निजात पाने के लिए कुरुक्षेत्र जिले के पिहोवा, इस्माईलाबाद, बाबैन, शाहबाद, लाडवा, कुरुक्षेत्र शहर के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों, प्राईवेट अस्पतालों व प्राईवेट क्लिनिक चलाने वाले हर डॉक्टर तक पीपीई किट, हैंड सैनिटाईजर की बोतलें व सोडियम हाईपोक्लोराईट का सफाई सॉल्यूशन पहुंचाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लगभग 200 करोड़ रुपये हरियाणा के कर्मचारियों व जनता से जबरन वसूली कर मुख्यमंत्री कोरोना फंड के नाम से एकत्रित कर लिए है। अब उस फंड के खर्चे का हिसाब देने से इंकार कर रहे है। इस अवसर पर पूर्व जिप सदस्य हरजोत सिद्धू, नछत्तर सिंह, कांग्रेस अल्पसंख्यक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमन चीमा, मोहनलाल भांवरा, शम्मी कौशल, अनिल वत्स,अनुराग गांधी, बंटी गुम्बर, राजू वधवा, मंगतराम, सुभाष शर्मा, सुखवीर सिंह, अनिल वत्स, दीपक पपनेजा और कंवर पालआदि उपस्थित रहे।