भारत सरकार ने कुरुक्षेत्र बाईपास को भारत माला-2 की परियोजना में किया है शामिल
विस सत्र में मुख्यमंत्री से भारत माला-2 से पहले बाईपास प्रोजैक्ट को शुरु करवाने की अपील की
कुरुक्षेत्र में बढ़ते ट्रैफिक और जाम की स्थिति को देखते हुए विस सत्र में पूछा गया था प्रश्न
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि कुरक्षेत्र बाईपास परियोजना को भारत सरकार द्वारा भारत माला-2 की योजना में शामिल किया गया है। इस परियोजना को बनाने का प्रस्ताव केन्द्र सरकार की भारत माला-2 में पहले से ही शामिल किया जा चुका है। लेकिन कुरुक्षेत्र में लगातार बढ़ रहा है ट्रैफिक, जाम, दुर्घटनाओं, प्रदूषण और लोगों की समस्याओं को जहन में रखते हुए इस प्रोजैक्ट को शीघ्र शुरु करने के लिए विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से अपील की गई है। इसी विषय को लेकर कुरुक्षेत्र बाईपास में राज्य सरकार द्वारा हस्तक्षेप करने और शीघ्र परियोजना पर काम शुरु करने के लिए प्रस्ताव रखा गया और बकायदा प्रश्न भी पूछा गया। यह तमाम कार्यवाही केवल और केवल कुरुक्षेत्र के लोगों के हित को लेकर ही की गई है। इस प्रकार के विषय पर राजनीति करना ठीक नहीं है, क्योंकि उनकी तरफ से विधानसभा सत्र में केवल लोगों की मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध करवाने और थानेसर का विकास करवाने का हमेशा प्रयास रहता है।
उन्होंने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कुछ लोग कुरुक्षेत्र बाईपास परियोजना को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा करने का काम कर रहे है। इस प्रकार परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाने में समय लगता है और संघर्ष भी करना पड़ता है। इससे पहले किसी भी राजनेता ने ऐसा नहीं किया और ना ही थानेसर का विकास करने के विजन से काम किया। उन्होंने फिर से दोहराते हुए कहा कि पिछले विधानसभा सत्र के दौरान भी कुरुक्षेत्र बाईपास की परियोजना को सदन में रखा गया और सदन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा स्पष्टï किया गया कि इस परियोजना को केन्द्र सरकार से मिलकर पूरा करवाया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं केन्द्रीय मंत्री नितिन गडक़री से मिले थे और इस चर्चा के बाद के भारत सरकार ने कुरुक्षेत्र बाईपास योजना को भारत माला-2 में शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र बाईपास की परियोजना को अमलीजामा पहनाने का प्रस्ताव केन्द्र सरकार के पास है। इससे पहले इस परियोजना को लेकर केन्द्र सरकार द्वारा बकायदा एक एजेंसी हायर की गई थी और इस एजेंसी ने बाईपास बनाने का सर्वे भी किया गया था और इसके लिए करीब 750 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत का प्रपोजल भी तैयार हुआ था। इसलिए इन तथ्यों को देखकर स्पष्टï होता है कि केन्द्र सरकार के पास कुरुक्षेत्र बाईपास बनाने की परियोजना है।
विधायक ने कहा कि लोगों की परेशानी और ट्रैफिक जाम जैसी समस्या को लेकर उनका प्रयास है कि कुरुक्षेत्र बाईपास को भारत माला-2 से पहले बनाया जाए। इसलिए विधानसभा सत्र में दूसरी बार इस मुद्दे को उठाया। उनका प्रयास है कि इस परियोजना में राज्य सरकार का भी शेयर हो और राज्य सरकार की तरफ से भी इस परियोजना के लिए बजट तैयार किया जाए ताकि केन्द्र और राज्य सरकार के शेयर से इस परियोजना को भारत माला-2 से पहले शुरु किया जा सके। इस परियोजना के लिए विधानसभा सत्र के अलावा भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिले और उन्होंने इस परियोजना का पूरा खाका तैयार करने का आश्वासन देने के साथ-साथ केन्द्र सरकार के माध्यम से इस प्रोजैक्ट पर शीघ्र काम शुरु करने का आश्वासन भी दिया है। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर प्रयास करेंगे तभी इस योजना को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाया जा सकता है। उनका हमेशा प्रयास रहता है कि थानेसर हल्का की धीरे-धीरे सभी परियोजनाओं को शुरु करवाया जाए और इस क्षेत्र को सबसे विकसित क्षेत्र के रुप में आगे लाया जा सके।