न्यूज डेक्स राजस्थान
जयपुर। जयपुर में अब यकृत, अग्नाशय तथा पित्त की थैली की सर्जरी की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। राज्य सरकार ने संवेदनशील निर्णय करते हुए जयपुर स्थित एसएमएस मेडिकल कॉलेज में हेपाटो पैंक्रियाटो बिलरी सर्जरी विभाग की स्थापना के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के जारी आदेश के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में हेपाटो पैंक्रियाटो बिलरी सर्जरी विभाग की स्थापना की घोषणा की थी।
बजट घोषणा की क्रियान्वति में ही एसएमएस मेडिकल कॉलेज में इम्यूनोलॉजी एवं रुमेटोलॉजी विभाग, यूरोलॉजी विभाग तथा यूरो ऑन्कोलॉजी विभाग की स्थापना हेतु 10 नवीन पदों के सृजन की स्वीकृति भी दी गई है। उपरोक्त 10 पदों में से इम्यूनोलॉजी एवं रुमेटोलॉजी विभाग में एक आचार्य तथा एक सह आचार्य का पद सृजित किया गया है।
पीडियाट्रिक यूरोलॉजी में कुल 4 पद बनाए गए हैं जिनमें एक आचार्य, एक सह आचार्य तथा 2 सहायक आचार्य के पद हैं। इसी तरह, यूरो ऑन्कोलॉजी में एक आचार्य, एक सह आचार्य तथा 2 सहायक आचार्य के कुल 4 पद हैं। उक्त पदों के सृजन से गठिया रोग, बच्चों में यूरीनरी संबंधी रोग तथा यूरीनरी कैंसर रोगियों को चिकित्सा की अधिक सुविधा मिल सकेगी।