न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली। वायु सेना प्रमुख (सीएएस) एयर चीफ मार्शल आर.के.एस.भदौरिया पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम, एडीसी ने दो दिवसीय बेंगलुरु में भारतीय वायुसेना की इकाइयों और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन तथा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के उड़ान परीक्षण प्रतिष्ठानों व सुविधा केंद्रों का दौरा किया। वायु सेना प्रमुख के आगमन पर कमांडेंट एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम्स टेस्टिंग एस्टाब्लिशमेंट (एएसटीई) एवीएम जीतेंद्र मिश्रा वीएसएम ने उनका स्वागत किया।
एएसटीई के निरीक्षण के दौरान वायु सेना प्रमुख को वर्तमान में चल रही परियोजनाओं का विवरण दिया गया और परिचालन परीक्षणों की प्रगति के बारे में भी बताया गया। संस्थान के कर्मियों के साथ अपनी बातचीत के दौरान भदौरिया ने एएसटीई की अनूठी और चुनौतीपूर्ण भूमिका के बारे में चर्चा की। उन्होंने इसकी प्रशंसनीय उपलब्धियों के बारे में जानकारी एकत्र की और भारतीय वायुसेना की परिचालन इकाइयों की आवश्यकताओं को पूरा करने में अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठाने के लिए आगे रहकर कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
वायु सेना प्रमुख ने सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एसडीआई) का भी दौरा किया, जो एवियोनिक्स सॉफ्टवेयर के विकास के लिए काम करने वाली इकाई है। उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने से भारतीय वायुसेना की परिचालन एवं कार्यात्मक क्षमता को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान मिला है। श्री भदौरिया ने एसडीआई द्वारा आईएएफ विमानों पर विभिन्न हथियारों के एकीकरण के लिए सॉफ्टवेयर स्वदेशीकरण की ओर बढ़ने तथा वायु सेना की लड़ाकू क्षमता को बढ़ाने में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए अपने दृष्टिकोण को सामने रखा।
वायु सेना प्रमुख ने एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए), डीआरडीओ और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के परीक्षण दल के कर्मियों तथा इंजीनियरों से भी बातचीत की। श्री भदौरिया ने देश में भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्वदेशी विमानन उद्योग क्षमता के निर्माण के साझा लक्ष्य को आगे बढ़ाने में दोनों प्रतिष्ठानों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।अपनी बेंगलुरु यात्रा के दौरान, वायु सेना प्रमुख ने आईओसी एलसीए तेजस में उड़ान भरी।